मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबद्ध सभी स्कूलों में शुक्रवार को पहला पेपर सुबह 9 बजे से प्रारंभ हुआ। ये परीक्षाएं 9 अप्रैल तक चलेंगी। राजधानी भोपाल के स्कूलों में परीक्षा को लेकर बच्चों में खासा उत्साह नजर आया। प्रदेश भर में इन दोनों कक्षाओं के करीब 18 लाख बच्चे इन परीक्षाओं में शामिल हो रहे हैं। इन परीक्षाओं के लिए करीब 30 हजार केंद्र बनाए गए हैं।
शिक्षा विभाग ने इन परीक्षाओं के मूल्यांकन को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। 5 वीं व 8 वीं दोनों कक्षाओं में प्रत्येक विषय का पेपर 100 अंक का होगा। इसमें 60 अंक का लिखित पेपर होगा और 40 अंक प्रोजेक्ट बेस्ड होंगे। विद्यार्थी को हर विषय में न्यूनतम 33 फीसदी अंक लाना अनिवार्य है. इससे कम अंक आने पर उसे अनुत्तीर्ण कर दुबारा उसी क्लास में पढ़ाया जाएगा। पहली बार में अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए दो माह बाद पुन: परीक्षा ली जाएगी।
वार्षिक परीक्षा में गलत सवाल आ जाने की समस्या का निराकरण भी किया गया है. जिस विषय में जो सवाल गलत होगा उसे शिक्षक विशेष रूप से समझाएंगे। परीक्षा में जो भी सवाल गलत होंगे, उन्हें अलग से पढ़ाएंगे। इसके बाद भी अगर कोई विद्यार्थी 33 फीसदी अंक नहीं ला सकेंगे तो उन्हें विशेष तैयारी कराने के बाद दो माह बाद उनकी दोबारा परीक्षा फिर से ली जाएगी।