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बैंकों में पड़े हैं किसानों के बीमा क्लेम के 600 करोड़ रुपए, जानिए अब कैसे होगा भुगतान

locationभोपालPublished: Mar 21, 2022 11:59:24 am

Submitted by:

deepak deewan

किसानों का ये पैसा अटक गया

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भोपाल. मध्यप्रदेश के लाखों किसान पैसों के लिए परेशान हो रहे हैं। यह हाल तब है जबकि उनकी करोड़ों की राशि बैंकों में पड़ी है। प्रदेश के साढ़े तीन लाख किसानों के 600 करोड़ रुपए बैंकों के सस्पेंस एकाउंट —डीएमआर— में पड़े हुए हैं। किसानों के खातों में यह राशि नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर एनईएफटी के जरिए ट्रांसफर की जानी थी लेकिन एनईएफटी फेल होने के कारण किसानों का ये पैसा अटक गया। प्रदेश भर के किसान इस राशि के लिए एक महीने से बैंकों के चक्कर लगा—लगाकर परेशान हो रहे हैं। आरबीआई के नियमानुसार एनईएफटी फेल होने पर एक—दो दिन में पैसा मूल खाते में लौटना चाहिए पर किसानों की यह राशि बैंकों ने एक महीने से रोक रखी है।

सरकार ने किसानों को 12 फरवरी को 49 लाख बीमा क्लेम के 7618 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए थे। इसमें सहकारी बैंक में 18 लाख 83 हजार 523 किसानों का 3240 करोड़ रुपए थे। जानकारी के अनुसार बैंकों ने 4 लाख 5 हजार 152 किसानों का 715 करोड़ 44 लाख रुपए रोक लिया। कुल राशि में से 600 करोड़ बैंकों ने सस्पेंस एकाउंट में डाल रखे हैं।

12 मार्च के बाद इंश्योरेंस कंपनी को राशि लौटाना शुरू की गई- बताया जा रहा है कि प्रदेश के 25 जिला सहकारी बैंकों में किसानों की यह राशि अटका रखी है. यह खरीफ 2020 और रबी 2020-21 के बीमा क्लेम की राशि है. शिकायत मिलने पर 12 मार्च को कृषि संचालक ने अपैक्स बैंक के एमडी और राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के स्टेट काे-आर्डिनेटर को पत्र लिखा. इसमें कहा गया कि किसानों के सही बैंक एकाउंट नंबर बीमा कंपनी को तुरंत उपलब्ध कराएं ताकि क्लेम का भुगतान किया जा सके। इसके बाद ही सहकारी बैंकों ने क्लेम निपटाने का काम शुरू किया। 12 मार्च के बाद इंश्योरेंस कंपनी को राशि लौटाना शुरू की गई,ताकि किसानों तक पैसा दोबारा पहुंच सके। हाल ही में 125 करोड़ रुपए एग्रीकल्चर इश्योरेंस कापोर्रेशन को लौटाए गए।

 

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