बताया गया कि इसके लिए आरटीओ ने 11 फरवरी से जब्ती के कार्रवाई करने की चेतावनी भी दे दी है। इधर बीसीएलएल ने भी पुराने करीब 80 लो फ्लोर बसों को बंद कर उनकी जगह मिडी बसे लाने की योजाना बना रखी है। इन बसों के ऑपरेटरों का पंजीयन खत्म कर इन बसों के बेचने से मिलने वाली राशि से बकाया टैक्स जमा करने की तैयारी शुरू कर दी है।
कारण है इन बसों का टैक्स आरटीओ को जमा ही नहीं किया गया था। बताया गया कि इन बसों के संचालन प्राइवेट बस ऑपरेटरों द्वारा संचालित हो रहा है। इन मार्गो की लो फ्लोर बसों से होना है वसूली
बताया गया कि इसमें ज्यादा तक चिरायु से अवधपुरी, चिरायु से आकृ ति ईको सिटी, बैरागढ़ चीचली से कोच फैक्टी, चिरायु से खजूरी कलां, नेहरु नगर से कटारा हिल्स, पीपुल्स हास्पिटल से बैरागढ़, बैरागढ़ चीचली से करोद, फंदा से कजलीखेड़ा कोलार आदि मार्ग पर चलती है यह बसे।
बताया गया कि इसमें ज्यादा तक चिरायु से अवधपुरी, चिरायु से आकृ ति ईको सिटी, बैरागढ़ चीचली से कोच फैक्टी, चिरायु से खजूरी कलां, नेहरु नगर से कटारा हिल्स, पीपुल्स हास्पिटल से बैरागढ़, बैरागढ़ चीचली से करोद, फंदा से कजलीखेड़ा कोलार आदि मार्ग पर चलती है यह बसे।
68 बसों का 18.21 लाख 583 रुपए टैक्स बकाया है, जिसकी वसूली का कई बार कंपनी को नोटिस के बाद रिमाइंडर भेजा गया था। कंपनी ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया था। अब बसों को जब्त कर खड़ी करने की सूचना दी है।
- संजय तिवारी, आरटीओ
करीब 80 पुराने लो फ्लोर बसे है, जिनके बदले हमें मिडीबसे संचालित करना है। इसके अलावा बकाया टैक्स चुकाने के लिए उन बसों के पंजीयन भी र² करने की तैयारी शुरू कर दी है। उन बसों से जो राशि मिलेगी, उससे टैक्स जमा कर दिया जाएगा।
- केवल मिश्रा, डायरेक्टर, बीसीएलएल
- केवल मिश्रा, डायरेक्टर, बीसीएलएल