फैसले के मुताबिक जिला प्रशासन, मेट्रो प्रशासन, पुलिस सहित संबंधित विभागों के दल पूरे लवाजमे के साथ बड़ी चौपड़ पहुंचेंगे। वहां फूल वालों के खंदे में स्थित गणेश शिवजी मंदिर को हटाने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। इस मन्दिर को माणक चौक थाने के पीछे सरकारी जमीन पर स्थानांतरित किया जाएगा। यहीं से बाईजी के मंदिर के सामने स्थित महादेव, माताजी, हनुमान मंदिर के समूह को भी हटाया जाएगा। इसे तंवरजी के नोहरे में स्थानान्तरित किया जाएगा।
ये तीन मन्दिर भी हटेंगे
माणक चौक थाने के बाहर स्थित अमनेश्वर महादेव मंदिर
माणक चौक थाने के बाहर स्थित जमनेश्वर महादेव मंदिर
उत्तर-पश्चिम ध्रुवमुखी महावीर हनुमान मंदिर
ये नक्शे से बाहर
पूर्व में बड़ी चौपड़ से 7 मंदिरों को शिफ्ट करने की योजना बनाई थी। इनमें से 2 मंदिरों को 8 माह पहले हटाया जा चुका है। दो मंदिर बुधवार को शिफ्ट होंगे। शेष तीन भी जल्द शिफ्ट होंगे। सात में से तीन मंदिर नक्शे में निर्माण कार्य से बाहर माने जा रहे हैं। आरोप है कि इन्हें बचाया जा सकता है लेकिन प्रशासन हटाने पर आमादा है। मेट्रो परियोजना के नक्शे के अनुसार धु्रवमुखी महावीर हनुमान मंदिर, माणक चौक थाने के बाहर महादेव मंदिर व गणेश शिवजी मंदिर मेट्रो कंस्ट्रक्शन एरिया से बाहर है।