बताया जाता है कि कई कर्मचारियों ने जो आधार कार्ड बनवाए थे, वे आधे-अधूरे ही बन पाए थे। कई लोगों के उंगलियों के निशान और कई जानकारी अलग-अलग होने से यह स्थिति बन रही है।
-सूत्रों के मुताबिक 15 लाख से अधिक शासकीय कर्मचारियों का प्राविडेंट फंड (PF) भी रुक सकता है।
-MP में साढ़े पांच लाख पेंशनर हैं। इनमें से 20 फीसदी खाते पूरी तरह से निष्क्रिय हैं।
-लगभग 1.10 लाख पेंशनर्स के खाते निष्क्रिय हो गए हैं।
-प्रदेश के 50लाख कर्मचारियों का नियमित पीएफ में कंट्रीब्यूशन रहता है। इनमें निजी और सरकारी दोनों ही शामिल हैं।
-30 फीसदी यानी 15 लाख कर्मचारियों के Pf कंट्रीब्यूशन में परेशानी हो सकती है।
-खाता निष्क्रिय हो जाने के कारण कर्मचारी अपना प्राविडेंट फंड नहीं निकाल पाएंगे।
-कई लोगों ने आधार अथेंटिकेशन की प्रक्रिया पूरी कराई, लेकिन ज्यादातर लोगों को अब तक नहीं है जानकारी।
-इसके लिए 25 दिन का समय बाकी है।
-आधार कार्ड बनवाते समय जो बायोमेट्रिक इंप्रेशन दिया था वह स्पष्ट नहीं था।
-आधी-अधूरी जानकारियों के साथ आधार कार्ड बनकर तैयार हो गया था।
-बैंक में जो आपने जानकारी दी है वह मिसमेच हो रही है।
-आधार कार्ड बनने के बाद एक बार भी फिंगर प्रिंट के जरिए अपग्रेड नहीं कराया तो आपका खाता निष्क्रिय हो जाएगा।
-आधार अथेंटिकेशन का काम निजी वेंडर से वापस ले लेने के बाद यूजर आईडी और पासवर्ड ब्लॉक कर दिए गए हैं। अब यह काम बैंकों में किया जा रहा है।
-उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार बैंकों को 10 प्रतिशत शाखाओं में आधार अथेंटिकेशन के लिए सेंटर खोलने को कहा था।
-कई बैंकों ने सेंटर खोल दिए हैं, लेकिन अभी इनकी संख्या काफी कम है।
-सबसे ज्यादा साढ़े पांच लाख पेंशन धारकों को परेशानी है। इनकी पेंशन पेंशन भारतीय स्टेट बैंक की गोविंदपुरा स्थित शाखा से जाती है।
-इसी साल के अंत तक यानी 31 दिसंबर तक सभी को आधार कार्ड का अथेंटिकेशन कराना जरूरी है।
-MP में 6.50 करोड़ खाताधारक हैं, जिनके बैंकों में खाते हैं। इनके पास आधार कार्ड भी हैं।
-इनमें से ज्यादातर खाते निष्क्रिय हो गए हैं।
-इसका पता लगाने के लिए मोबाइल फोन कंपनी अथवा फिर बैंक जाकर थंब इंप्रेशन के माध्यम से आधार नंबर चेक करना पड़ेगा।