सबसे लंबी लाइन यहीं देखने को मिली। रातीबढ़, हर्राखेड़ा, खजूरी पंचायत में महिलाएं घूंघट में वोट डालने मतदान केंद्रों पर पहुंचीं। युवा और महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिला, स्थिति ये थी कि कई पंचायतों में धूप से बचने लगाए गए पांडाल छोटे पड़ गए।
करीब चालीस मतदान केंद्रों पर 200-200 पर्ची मतदाताओं को दी गईं। वहीं 150 केंद्रों पर 150 और 100 के बीच पर्ची बांटी गईं। ईंटखेड़ी छाप और ईंटखेड़ी सड़क दोनों पंचायतों में मतदाता संख्या कम है, लेकिन यहां वोटिंग का प्रतिशत 90 से ऊपर रहा।
जिले में शाम पांच बजे तक 66.10 फीसदी मतदान हुआ। कुछ मतदान केंद्रों पर पेटियां कम पड़ गईं तो वहां दूसरी मतदाता पेटी भिजवाई गईं। इस दौरान कलेक्टर अविनाश लवानिया, सीईओ जिला पंचायत ऋतुराज सिंह अलग-अलग मतदान केंद्रों का निरीक्षण करते रहे।
ऐसी रही वोटिंग...
222 पंचायतों में 82.53 प्रतिशत
पुरुष 82.81 प्रतिशत
महिला 82.23 प्रतिशत
अन्य 25.00 प्रतिशत
फंदा ब्लॉक की 96 80.19 पंचायत प्रतिशत
बैरसिया की 126 84.79
बुजुर्गों को गोद में तो कोई व्हील चेयर पर लाया
कालापानी, रातीबढ़ पंचायत में सुबह से ही बुजुर्गों को लाकर मतदान कराने का सिलसिला शुरू हो गया था। बुजुर्गों को काई गोद में तो कोई व्हील चेयर पर लेकर मतदान केंद्र तक पहुंचा। जो बुजुर्ग शहर में थे उनको बुलाकर भी मतदान कराया गया।

मतगणना के बाद ही जीत का जश्न शुरू
बैरसिया और फंदा में वोटो की गिनती के बाद बूथ पर उपस्थित एजेंट की सूचना के आधार पर कई पंचायतों के सरपंच खुद की जीत घोषित करने में लगे हैं। हालांकि प्रशासन की ओर से इनकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। जानकारी के अनुसार खजूरी सड़क पंचायत से गुलाब बाई सरपंच, सिकंदराबाद से राजेश मारण, कलखेड़ा से संजय पाराशर, मेंडोरी से जागृति कृष्णकांत पाल, सरवर पंचायत से मनोहर मीणा, बरखेड़ी अब्दुल्ला से नियामत खान, रातीबड़ से ज्योति शर्मा बैरसिया की तरावली खुर्द से जगदीश शाक्य अभी तक खुद को जीता हुआ बता कर जश्न मनाना शुरू कर दिया
हारे प्रत्याशी ने फाड़ दिए मतपत्र
बैरसिया की पारदी पंचायत के बांदीखेड़ी गांव के पोलिंग बूथ पर मतगणना के दौरान बैलेट पेपर फाड़े गए। एक वोट से सरपंच पद का प्रत्याशी पीछे था। उसने फिर से गिनती कराने की मांग की। जैसे ही अधिकारियों ने फिर से गणना शुरू की हारे हुए प्रत्याशी ने मतपत्र फाड़ दिए। मौके पर पहुंचे एसडीएम बैरसिया आदित्य जैन ने इसकी जानकारी दी है। दोबारा मतगणना 14 जुलाई को जनपद कार्यालय बैरसिया में होगी।
फर्जी मतदान को लेकर समर्थक आपस में भिड़े
फंदा ब्लॉक के जनपद पंचायत वार्ड पांच में फर्जी मतदान के आरोप से विवाद हो गया। जनपद सदस्य पद के लिए संतोष प्रजापति ने दूसरे प्रत्याशी जीतू ठाकुर के खिलाफ फर्जी मतदाता पर्ची से अपने पक्ष में मतदान कराने का आरोप लगाया था। इसके बाद दोनों प्रत्याशियों के समर्थक भिड़ गए थे। पुलिस ने शांत कराया।
जहां दो या तीन बूथ की पंचायत है वहां अनुमान लगाया जा सकता है। इसे मतगणना की घोषणा माना जाएगा, मतगणना परिणाम की विधिवत घोषणा 14 जुलाई को प्रमाण पत्र देकर होगी।
- संजय श्रीवास्तव, उप जिला निर्वाचन अधिकारी
पहला वोट डालने साइकिल पर बैठकर आई थी...
रातीबढ़ पंचायत की फूलबाई की उम्र साठ साल हो चुकी है। उन्होंने बताया कि 30 साल पहले उन्होंने पहली बार वोट डाला था। इसी पंचायत से उनकी वोट डालने की शुरुआत हुई थी। तब सरकारी स्कूल दूसरी जगह था, साइकिल पर बैठकर वोट डाला था। उस समय घर भी कच्चे थे और सड़कों के नाम पर पगडंडी थी। सारा विकास उनकी आंखों के सामने हुआ। उनका कहना है कि वे लोकतंत्र का महत्व जानती हैं। इस कारण वे वोट डालने से नहीं चूकतीं। आज भी वे वोट डालने के लिए सुबह जल्दी घर से निकलीं थीं।

तीन पीढ़ियों ने एक साथ डाला वोट...
पंचायतों में एक-एक वोट का महत्व जानने वाली 67 वर्ष की रंबा बाई बताती हैं कि वे खजूरी पंचायत से हैं। घर के सामने ही मतदान केंद्र बना है। वोट डालने वे अपनी तीसरी पीढ़ी तक को साथ में लेकर आईं। उन्होंने बताया कि अगर वोट सही व्यक्ति को दिया तो विकास होता है। इसी कारण वे अपनी तीसरी पीढ़ी ही नहीं बल्कि आगे आने वाली पीढ़ियों तक को वोट डालने के लिए प्रेरित करेंगी। उन्होंने बताया कि वोट डालने से ही क्षेत्र का विकास तेज हुआ है।
इस गांव के लोग सबसे पहले डालते हैं वोट...
भानपुर केकड़िया गांव के कोटवार रात से ही अपनी वर्दी धुलवाकर सुबह चुनाव के लिए तैयार थे। हाथ में डंडा और वर्दी पहनकर वे अपनी ड्यूटी पर सुबह छह बजे से ही मुस्तैद हो गए थे। उन्होंने बताया कि वे यहां कई दशकों से कोटवार हैं। गांव की खासियत है कि यहां मतदाता सबसे पहले वोट डालता है। सुबह छह बजे से ही खाना खाकर तैयार होने के बाद काफी लोग लाइन में लग गए। महिलाएं थक गईं तो जमीन पर बैठ गई थीं। इस गांव के जो लोग बाहर रहते हैं उनको भी वोट डालने बुलाया जाता है।