इसके लिए मेपकास्ट के रिसर्च ऐसोसिएट डॉ. राहुल विजयवर्गीय द्वारा हैंडंस ऑफ टेक्निक ऑन प्लांट टिश्यू कल्चर पर एक किताब लिखी गई है। इसमें बताया गया है कि इस तकनीक से कैसे सरलता पूर्वक आमजन, किसान व शोधार्थी कृत्रिम पौधे बना सकते हैं। कई प्रकार के औषधीय पौधे, जैस गिलोय, कालमेघ, बच, अश्वगंधा, ब्राम्ही, सर्पगंधा, अर्जुन, स्टीविया, पचोली, अकरकरा, भृगंराज आदि का मेपकास्ट में टिश्यू कल्चर किया जा चुका है, जो कि कई गंभीर बीमारियों में रामबाण साबित हो रहे हैं।
प्लांाट टिश्यू कल्चर तकनीक से कम दरों पर प्रयोगशाला के अंदर किसी छोटे पौधे के लाखों पौधे बनाए जा सकते हैं। वर्तमान में मेपकास्ट के अंर्तगत केन्द्र प्रोटीएस मूर्ति विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी स्टेशन ,औबेदुल्लागंज में ऊतक संवद्र्धन (प्लांाट टिस्यू कल्चर) प्रयोगशाला नए रूप से बनके र्तयार हो चुकी है।
औषधीय महत्व
गिलोय कफ, बात एवं पित्त की बीमारियों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर है।
पचोली माइग्रेन एवं बुखार में लाभदायक है।
अर्जुन हद्य रोग, प्रमेह, कफ, पित्त में लाभदायक है।
सर्पगंधा उच्च रक्तचाप, अनिद्रा मानसिक रोगों के उपचार में सहायक।
बच पेट की गैस, भूख बढ़ाने में, हकलाना, तुतलाना, याददाश्त के लिए।
कालमेघ मलेरिया ज्वर, अपच, भूख न लगना सिर दर्द आदि में लाभकारी।
टिश्यू कल्चर व्यावसायिक दृष्टिकोण
गिलोय कफ, बात एवं पित्त की बीमारियों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर है।
पचोली माइग्रेन एवं बुखार में लाभदायक है।
अर्जुन हद्य रोग, प्रमेह, कफ, पित्त में लाभदायक है।
सर्पगंधा उच्च रक्तचाप, अनिद्रा मानसिक रोगों के उपचार में सहायक।
बच पेट की गैस, भूख बढ़ाने में, हकलाना, तुतलाना, याददाश्त के लिए।
कालमेघ मलेरिया ज्वर, अपच, भूख न लगना सिर दर्द आदि में लाभकारी।
टिश्यू कल्चर के लाभ
टिश्यू कल्चर एक ऐसी तकनीक है जो बहुत तेजी से काम करती है। इस तकनीक के माध्यम से पौधे के ऊतकों के एक छोटे से हिस्से को लेकर कुछ ही हफ्तों में हजारों प्लांटलेट का उत्पादन किया जा सकता है।
टिश्यू कल्चर द्वारा उत्पादित नए पौधे रोग मुक्त होते हैं। इस तकनीक द्वारा रोग, प्रतिरोधी कीट रोधी तथा सूखा प्रतिरोधी किस्मों को उत्पादित किया जा सकता है।
टिश्यू कल्चर के माध्यम से पूरे वर्ष पौधों को विकसित किया जा सकता है, इस पर किसी भी मौसम का कोई असर नहीं होता है।
टिश्यू कल्चर द्वारा नए पौधों के विकास के लिए बहुत कम स्थान की आवश्यकता होती है।
यह बाजार में नई किस्मों के उत्पादन को गति देने में मदद करता है।
आलू उद्योग के मामले में, यह तकनीक वायरस मुक्त स्टॉक बनाए रखने और स्थापित करने में सहायता करती है।