जानकारी के अनुसार सरकार ने प्रदेश में फिर से आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया शुरू की है। आधार कार्ड बनाने के लिए सरकार ने खुद का सॉफ्टवेयर बनाया है। पिपलानी पोस्ट ऑफिस में १२ फरवरी से अधार कार्ड बनाने का काम किया जा रहा है, दो महीने होने को हैं, लेकिन अभी तक ११२० व्यक्तियों के आधार कार्ड ही बन सके हैं। आधार कार्ड बनवाने के लिए रोज लोग परेशान हो रहे हैं।
अल सुबह से ही लग जाती है लाइन
पोस्ट ऑफिस का कामकाज सुबह १० बजे से शुरू होता है। आधार कार्ड बनवाने वालों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पोस्ट ऑफिस ने टोकन की व्यवस्था की है। टोकन लेने के लिए लोग सुबह पांच बजे से ही पोस्ट ऑफिस के गेट पर लाइन लगाकर बैठ जाते हैं। सॉफ्टवेयर की रफ्तार धीमी होने के कारण कई बार तो उन लोगों के भी आधार कार्ड नहीं बन पाते हैं, जिनको पोस्ट ऑफिस की तरफ से टोकन दिया गया होता है। पोस्र्ट ऑफिस ४ बजे बंद हो जाता है।
१५ से २० मिनट का लगता है समय
एक व्यक्ति का आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया में करीब १५ से २० मिनट का समय लगता है। सर्वर डाउन होने पर तो कई बार ३० से ४० मिनट लग जाते हैं। पोस्ट ऑफिस में रोज ७० से ८० लोग पहुंच रहे हैं, जबकि आधार कार्ड महज २० से २२ व्यक्तियों का ही बन पा रहा है।
कौन क्या कहता है
– दूसरी बार आधार कार्ड बनवाने के लिए आया हूं। इससे पहले भी १० दिन पूर्व आया था, लेकिन सॉफ्टवेयर की रफ्तार धीमी होने के कारण मेरा काम नहीं हो सका। इस बार भी लंबी लाइन लगी है, मुश्किल है आधार कार्ड बन पाए।
जीवन लाल पटेल, अभ्यर्थी
– सुबह से आधार कार्ड बनवाने के लिए लाइन में लगा हूं, अभी तक नंबर नहीं आया है। पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी बता रहे हैं कि सॉफ्टवेयर इतना धीमा चल रहा है कि एक आधार कार्ड बनाने में १५ से २० मिनट का समय लग रहा है।
मोती लाल, अभ्यर्थी
– सॉफ्टवेयर की रफ्तार धीमी होने के कारण एक दिन में महज २० से २२ आधार कार्ड बन पा रहे हैं। आधार सेंटरों के सॉफ्टवेयर की रफ्तार अच्छी थी। हमारा प्रयास तो यही रहता है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों के आधार कार्ड बन जाएं।
देवमुनि शर्मा, पोस्ट मास्टर