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अमन और शांति के लिए उठे लाखों हाथ, अपने गुनाहों के लिए फूट-फूट कर रोकर मांगी माफी

locationभोपालPublished: Nov 26, 2018 03:50:07 pm

– 71वें आलमी तब्लीगी इज्तिमा का समापन, इज्तिमा के इतिहास में पहली बार शाम को हुई समापन की दुआ, शुरू हो गया जमातों के लौटने का सिलसिला

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अमन और शांति के लिए उठे लाखों हाथ, अपने गुनाहों के लिए फूट-फूट कर रोकर मांगी माफी

भोपाल। ये अल्लाह हम गुनाहगार, खतावार हैं तू अपनी रहमत से हमारे गुनाहों को माफ फरमा। हमें बेहतरी के रास्ते पर चलते की तौफीक अता फरमा..। ये अल्लाह हम रास्ता भटक गए। दीन से दूर गए हमें भलाई और नेकी के काम करने वाला बना दे। अपने गुनाहों की माफी के लिए किसी की आंख से आंसू निकल पड़े तो कोई फूट-फूट कर रोया। ये नजारा 71वें आलमी तब्लीगी इज्तिमा के समापन में दुआ के दौरान बना। इज्तिमा के इतिहास में ये पहली बार है जब समापन की दुआ शाम को कराई गई। मौलाना साअद साहब ने अमन और शांति के पैगाम के लिए दुआ कराई।
आलमी तब्लीगी इज्तिमा के तीसरे दिन रविवार को लोगों की संख्या में भारी इजाफा हो गया। सुबह से ही यहां पहुंचने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। दुआ का समय बदलने के कारण जमातों के अलावा दोपहर से ही अधिकांश लोग पहुंच गए थे। इसके कारण शहर में कई दुकानें बंद रहीं। दुआ का वक्त होते-होते अंधियारा हो गया था। मगरिब की नमाज के बाद मौलाना साअद साहब कांधलवी ने उन 6 बातों पर तफ्सील से बयान किए जिसके आधार पर इज्तिमा आयोजित होता है। नमाज, इल्म और जिक्र के साथ इन्होंने तालीम पर विशेष जोर दिया।
इससे पहले रविवार को सुबह फजिर के बाद मौलवी युसुफ साहब ने बयान कर लोगों को असल जिंदगी का मकसद अल्लाह के रास्ते पर चलने और भलाई के काम करते रहने की हिदायत दी। दोपहर में जौहर की नमाज के बाद मौलाना जमशेद साहब ने बयान किया और तब्लीग की छह बातों का मकसद और उनसे होने वाले फायदे की बात बताई। इसी तरह शाम को असिर की नमाज के बाद इकबाल हफीज साहब ने मुख्तसर बयान किया।
पिछले साल के मुकाबले कम रही संख्या
आलमी तब्लीगी इज्तिमा में बार लोगों की संख्या पिछले साल के मुकाबले कुछ कम नजर आई। इसके पीछे दिन बदलने को कारण बताया जा रहा है। हर बार इज्तिमा की शुरुआत शनिवार सुबह से होती थी और समापन सोमवार को दोपहर तक होता था। शामिल होने आए कुछ लोगों ने इसे चुनाव से भी जोड़ा। उन्होंने बताया कि कई लोग चुनाव कार्यों के चलते शिरकत नहीं कर पाए।

ब्लड डोनेशन के लिए इतने लोग पहुंचे कि जगह पड़ी कम

इज्तिमागाह में इस बार मिल्ली कौंसिल, जियाउल हसन यूनानी शिफाखाना और हमीदिया अस्पताल के सहयोग से रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया। तीसरे दिन इस शिविर में रक्तदान के लिए इतने लोग पहुंचे कि जगह कम पड़ गई। मिल्ली काउंसिल के शाहिद उल हुसैनी ने बताया कि करीब 350 यूनिट रक्त इस कैम्प के जरिए जमा किया गया। यहां रक्तदान शिविर का ये दूसरा साल था। बेहतर नतीजे मिले हैं ऐसे में अगले वर्ष और बेहतर इंतजाम किए जाएंगे।
इंतेजामिया कमेटी ने जताया आभार

आलमी तब्लीगी इज्तिमा के दौरान सहयोग करने वाले सभी लोगों, संस्थाओं के साथ कमेटी ने जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम, पीएचई, विद्युत विभाग, रेलवे, संचार निगम, स्वास्थ्य विभाग का आभार व्यक्त किया। साथ ही सरकार के सहयोग के लिए शुक्रिया अदा किया है। कमेटी के प्रवक्ता अतीक उल इस्लाम ने शहरभर में मुस्तैद रहे वालेंटियर्स, रेलवे स्टेशन और बस स्टेंड के अलावा विभिन्न स्थानों पर इस्तकबालिया कैम्प लगाने वाली संस्थाओं का भी आभार जताया।
आधे शहर में गूंजी इज्तिमा की दुआ, जो जहां था वहीं रूक गया

समापन पर शाम को दुआ हुई। ऐसे में सड़कों पर अंधेरा था। लोगों को परेशानी से बचाने के लिए इज्तिमा में होने वाली दुआ शाम को आधे शहर में गूंजी। इस तरह की व्यवस्था की गई कि इज्तिमागाह से दूर होने के बाद भी लोग दुआ में शरीक हो सके। करोद, डीआईजी बंगला, भोपाल टॉकीज सहित कई हिस्सों में दुआ की आवाज गूंजी। ऐसे में इज्तिमागाह की ओर भागने की बजाय कई लोग दुआ में शामिल होने लाउड स्पीकर के आसपास ही बैठ गए। ये पहला मौका था जब इस तरह के इंतजाम किए गए। इसका सबसे बड़ा फायदा ये हुआ कि लंबे समय तक सड़कों पर जाम जैसे हालात नहीं बने।
नजर आई गंगा जमनी तहजीब की मिसाल

देश-विदेश के मेहमानोंं की खिदमत में न केवल भोपाल के बाशिंदे बल्कि आसपास के जिलों के लोग भी सहयोग देते दिखाई दिए। सीहोर जिले के ग्राम मूंडला कला से पूर्व सरपंच हसनात खां (मामा) की अगुवाई में सैकड़ों युवा खजूरी सड़क नया बाईपास रोड पर पंडाल लगाकर तब्लीगी इज्तिमा में आ रहे मेहमानों की खिदमत में लगे हुए थे। इस दौरान नयापुरा के पूर्व सरपंच देवीसिंह मीना, राजा पटेल, भूरा पटेल, डॉ. इलियास, अशरफ पटेल, सलीम भाई, फकीर भाई, रुखसार भाई, उस्मान भाई, इमरान भाई, हरिप्रसाद पाल नयापुरा, चतरसिंह पटेल खजूरी तथा सिराज भाई सीहोर सहित अन्य लोगों तीन दिन पंडाल लगाकर खिदमत में लगे रहे। पानी से लेकर चाय और नाश्ता इनके जरिए रास्तों पर मुहैया कराया गया।
29 से सजेगा इज्तिमा बाजार

ताजुल मसाजिद परिसर के पास बरसों से इज्तिमा के दौरान लगने वाला इस बार 29 नवम्बर से शुरू होगा। विधानसभा चुनाव के चलते इस बाजार को दो दिन आगे बढ़ा दिया गया था। हर बार इज्तिमा के दौरान ही इसकी शुरुआत हो जाती है।
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