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छोटे-बड़े शहरों में दौड़ेंगी एसी-वॉल्वो बसें

locationभोपालPublished: Jun 02, 2018 10:04:16 am

Submitted by:

Radhyshyam dangi

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 जून को करेंगे हब एंड स्मोक मॉडल का शुभारंभ

ac bus

एसी बस सेवा

भोपाल. प्रदेश के छोटे-बड़े शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम से जोडऩे के लिए 21 जून से हब एंड स्मोक मॉडल योजना शुरू की जा रही है। इस योजना का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बसों को हरी झंडी दिखाकर करेंगे। इस मॉडल में प्रदेश के छोटे-बड़े शहरों को जोडऩे के लिए मिडी, एसी, वॉल्वो स्टैंडर्ड, स्टैंडर्ड एसी और मिनी बसें चलाई जाएंगी।

इन बसों का संचालन निजी बस ऑपरेटरों के माध्यम से किया जाएगा। लेकिन परिवहन विभाग के नियम-कायदे और किराया-भाड़ा राज्य सरकार के लागू रहेंगे। अब तक करीब 100 बसों के लिए सहमति हो चुकी है। 100 बसों के टेंडर अंतिम चरण में है। डेढ़ दर्जन से अधिक शहरों को जोडऩे वाले मार्ग भी फाइनल हो चुके हैं। इन मार्गों पर जून में ही बसें शुरु हो जाएगी।

बसों में लगेगा आइटीएमएस
इस मॉडल के तहत चलाई जाने वाली सभी बसों में इंटलीजेंट ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) के साथ ही लास्ट मिल कनेक्टिविटी भी होगी। यानी यात्री जिस स्टैंड पर उतरेगा उसे वहां से घर पहुंचाने साधनों से इन बसों को जोड़ा जाएगा। ताकि यात्रियों की आवाजाही सुगम हो सके।
आबादी के हिसाब से खर्च उठाएंगी नगरीय निकाय
शहर की आबादी के हिसाब से बस संचालन का खर्च नगरीय निकायों को देना होगा। इनमें 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों के लिए केंद्र सरकार 33 प्रतिशत, राज्य सरकार 50 प्रतिशत और स्थानीय नगरीय निकाय 17 प्रतिशत खर्च वहन करेगी। वहीं 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों में इस प्रोजेक्ट पर 50 प्रतिशत केंद्र, 40 प्रतिशत राज्य और 10 प्रतिशत नगरीय निकायों को खर्च उठाना होगा।
नए बस पाइंट, टर्मिनल और स्टैंड बनेंगे

अमृत योजना के तहत जिन-जिन नगरीय निकायों को हब एंड स्मोक कलस्टर आधारित बस ऑपरेशन मॉडल से जोड़ा जाएगा, वहां नए बस स्टैंड बनाए जाएंगे। पुराने बस स्टॉफ-डिपो के बजाय नई जगह बस पाइंट, बस टर्मिनल और बस स्टैंड विकसित किए जाएंगे। लेकिन इसमें कई शहरों में जमीन की समस्या होगी। नए पाइंट बनाने के लिए जमीन नहीं मिलेगी।
इन शहरों में सबसे पहले दौडेंगी बसें
गुना, बासौदा, इच्छागढ़, टीकमगढ़, इंदौर, शहडोल, सनावद, चापड़ा, बदनावर, बीना, विदिशा, आष्टा, सोनकच्छ, भोपाल, झाबुआ, अलीराजपुर, बेटमा, धार, महू और जबलपुर-छिंदवाड़ा। इन शहरों के मार्गों पर बस चलाने की टेंडर प्रक्रिया पूर कर ली गई है, जहां जून में बस चलाने की योजना है। भोपाल से अन्य शहरों के लिए दो बस ऑपरेटरों ने रुचि दिखाई है। अन्य शहरों में भी अपने-अपने स्तर पर टेंडर किए जा रहे हैं।
परिवहन के नियम से सब बंधे है, जिसके तहत ही किराया-भाड़ा तय होगा। शासन ही किराया-भाड़ा तय करेगा। हम सिर्फ बस ऑपरेटर के लिए मार्ग तय किया जा रहा है। जून आखिरी तक करीब १०० बसों की सुविधा आम लोगों को मिलने लगेगी।
विकास मिश्रा, उपायुक्त, शहरी आवास एवं विकास
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