इनके अलावा नेशनल जूनियर एथलेटिक्स में खेलने वाली एथलीट राखी सिंह (800 मीटर) स्टेनोजोलॉल के लिए, इंटर सर्विसेज में खेलने वाले हेमर थ्रोअर आशीष जाखड़ मेटेंडिनॉन के लिए, जूनियर राष्ट्रीय वेटलिफ्टिंग में खेलने वाले निहाल राज स्टेनोजोलाल के लिए, जुडोका विशाल रूहिल के अलावा पहलवान रुबेलजीत सिंह और केदारनाथ पाटिल भी डोप में फंसे हैं।
इंटरनेशनल गोल्डन ग्लोव बॉक्सिंग में जीता था सोना
दिव्या पवार ने सर्बिया में इंटरनेशनल गोल्डन ग्लोव बाक्सिंग टूर्नामेंट में देश को सोना जिताया था। इनके अलावा दिव्या ने इंटरनेशनल लेवल पर तीन स्वर्ण, एक कांस्य तथा राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीते हैं। इसके अलावा ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण जीता था।
वर्जन
खिलाडिय़ों को डोपिंग से बचाने के लिए कोर्सेस और सेमिनार कराए जाते हैं। लेकिन एजुकेशन के खेलों में कई बार खिलाड़ी द्वारा अनजाने में दवाई का सेवन कर लेते हैं। दिव्या के साथ भी ऐसा ही हुआ है।
दिग्विजय सिंह, सचिव, मप्र ओलिंपिक संघ