scriptपार्क में अस्थि कलश रख जताया विरोध | Accused of harassing the government | Patrika News

पार्क में अस्थि कलश रख जताया विरोध

locationभोपालPublished: Feb 17, 2020 01:30:30 am

Submitted by:

Bharat pandey

अतिथि विद्वानों ने सरकार पर लगाया प्रताडऩा का आरोप

पार्क में अस्थि कलश रख जताया विरोध

पार्क में अस्थि कलश रख जताया विरोध

भोपाल। उमरिया जिले में रहने वाले अतिथि विद्वान संजय कुमार की आत्महत्या ने शाहजहांनी पार्क में बैठे आंदोलनाकरियों को और भडक़ा दिया है। रविवार को मौके पर मृतक के परिजनों ने आकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। अतिथि विद्वानों ने आत्महत्या करने वाले साथी कर्मचारी का अस्थि कलश रखकर उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी और मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मृतक की पत्नी और छोटे बच्चे रविवार को यूपी के बलिया से शाहजहांनी पार्क पहुंचे।

पत्नी लालसा देवी ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने मुझे कहीं का नही छोड़ा। अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर अब मैं कहां जाऊंगी। मेरे परिवार का एकमात्र सहारा हमें छोडक़र चला गया। लंबे समय से लंबित वेतन और आर्थिक तंगी ने मेरे पति को अंदर से तोडक़र रख दिया था। अब हमारा क्या होगा। हमारे पास अब मृत्यु का वरण कर लेने के अलावा कोई रास्ता शेष नही बचा है। इस मौके पर अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा ने दिवंगत साथी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना सभा का आयोजन किया। डॉ मंसूर अली ने कहा है कि इस प्रकार की दुखद घटना प्रदेश सरकार की साख पर बट्टा है। उच्च शिक्षित होते हुए भी आर्थिक विपन्नता के कारण एक विद्वान का इस प्रकार आत्महत्या करना साबित करता है कि कहीं न कहीं कुछ गलत हो रहा है।

 

कल से सामूहिक अनशन पर बैठेंगे अतिथि शिक्षक
भोपाल। यादगार ए शाहजहांनी पार्क में पिछले 56 दिनों से सत्याग्रह पर डटे अतिथि शिक्षकों ने आंदोलन तेज करने की घोषणा की है। अतिथि शिक्षक मंगलवार से सामूहिक अनशन पर बैठेंगे। रविवार को अतिथि शिक्षकों ने सरकार और संगठन के बीच की खींचतान को नियमितीकरण के मुद्दे से ध्यान भटकाने की साजिश बताया।अतिथि शिक्षक संघ के संस्थापक पीडी खैरवार ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है, कि कांग्रेस संगठन के राष्ट्रीय नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह और मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण को लेकर बहस छिड़ चुकी है, लेकिन इससे अतिथि शिक्षकों को स्थाई रोजगार दे पाने के रास्ते की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। सरकार और कांग्रेस संगठन जानबूझकर ऐसा माहौल बनाने में लगी हुई है, जिससे नियमितीकरण के मुद्दे से ध्यान भटकाया जा सके। लेकिन अतिथि शिक्षक इसका मुकाबल दृढ़ता के साथ करने का फैसला ले चुके हैं।
सरकार की वादाखिलाफी नीयत से तंग आकर मंगलवार 18 फरवरी से भूख हड़ताल कर प्रदेश भर से हजारों अतिथि शिक्षक सामूहिक अनशन पर जाने को विवश हो चुके हैं। रविवार 16 फरवरी को थानसिंह धाकड़, कंचन लाल, अविनाशी किरार, गोपाल सिंह अहिरवार,देवेंद्र सिंह क्रमिक अनशन पर बैठकर सरकार से नियमितीकरण की मांग करते रहे। शिक्षा अधिकार मंच मध्यप्रदेश के डायरेक्टर विजय कुमार ने रविवार को धरना स्थल पर पहुंचकर आंदोलन का समर्थन देते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी सरकार निजीकरण का रास्ता साफ करने में लगातार काम करने में लगी हुई है?। निजीकरण के लिए सरकारी प्रयासों के बीच अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण की मांग का निराकरण की नीति फंसना भी बताया। जन सत्याग्रह के छप्पनवें दिन मुख्य रूप से नवीन शर्मा, प्रीति चौबे,अनिता श्रीवास्तव,सरिता व्यास,अनवार अहमद कुरैशी,देवेंद्र शाक्य,अजय तिवारी, रामस्वरूप गुर्जर,द्वारका तिवारी,सुनील वर्मा,रवि गुप्ता,फहीम सरफरोश ने नेतृत्व किया। सोमवार को नवीन शर्मा,अनिता हरचंदानी,पवन शर्मा, शैलेंद्र श्रीवास्तव क्रमिक अनशन पर बैठेंगे।

 

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