बैरागढ़ एसडीएम मनोज वर्मा और तहसीलदार के साथ पहुंची टीम ने एक निर्माण की बाउंड्रीवॉल तोडऩे की कार्रवाई को अंजाम दिया। हालांकि लंबे समय से संचालित हो रहे मैरिज गार्डनों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इधर कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने नगर निगम अधिकारियों से पूछा है कि बड़े तालाब के अंदर किन शर्तों पर परमिशन जारी की जा रही हैं।
अगर शर्तें हैं तो उसकी जानकारी दें और अगर परमिशन नहीं हैं तो निर्माण कैसे हो रहे हैं। इसका जिम्मेदार कौन है। उसपर कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम ने बताया कि कैचमेंट में निर्माण करने वालों से नोटिस जारी कर दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा जाएगा। नहीं दिखा पाने पर कार्रवाई की जाएगी।
अमला भेजकर कार्रवाई कराई गई है। ये लगातार जारी रहेगी। बड़े तालाब में निर्माण की परमिशन किसने दी इसकी जानकारी कराई है। – तरुण पिथोड़े, कलेक्टर
हथोड़े से तोड़ी दीवार
तालाब किनारे बने निर्माण पर कारवाई के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम दोपहर 4 बजे पहुंची। जहां एक बाउन्ड्रीवॉल का हिस्सा तोड़ा गया। निगमकर्मियों ने हथोड़े से बौड्रीवाल का एक हिस्सा तोड़ दिया।
मैरिज गार्डन में न पार्किंग, न आग बुझाने के उपकरण, सीधे बहा रहे गंदा पानी
मैरिज गार्डन के मामलों में पुराने शहर की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। शहर वृत्त के तहसीलदार देवेंद्र चौधरी जांच करने पहुंचे तो यहां जेजे शादी मैरिज गार्डन में कपड़ों की सेल लगी मिली। पार्र्किंग और आग बुझाने के उपकरण तो थे ही नहीं। यही हाल ऐशबाग स्थित राजधानी मैरिज गार्डन, हिन्दुस्तान शादी हॉल का था।
तहसीलदार अमले के साथ अंदर गए तो एक बार उनके कदम रुक गए। किचन की दीवारें तेल से काली हो रहीं थीं। ऐसा लग रहा था मानो सालों से सफाई नहीं हुई हो। अशोका गार्डन स्थित लाला लाजपत राय नगर के मैरिज गार्डन की स्थिति भी खराब मिली।
हद तो तब हो गई जब किसी भी मैरिज गार्डन में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ही नहीं मिला। वहीं कोलार में तहसीलदार मनोज श्रीवास्तव की टीम मंगलवार को संस्कार मैरिज गार्डन में जांच करने पहुंची तो वहां टीम के पहुंचते ही कुछ कर्मचारी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की मोटर दुरुस्त करने लगे।
तहसीलदार ने गार्डन से संबंधित अनुमतियां मांगी तो पता चला कि मैरिज गार्डन बिना डायवर्शन रहवासी व्यवस्था पर ही चल रहा है। पार्र्किंग की व्यवस्था देखने पर पता चला कि गार्डन में व्यवस्था नहीं है। थोड़ी दूरी पर प्लॉट में पार्र्किंग करने की जानकारी टीम को दी गई।
गार्डन को रेस्टोरेंट का लुक भी दे रखा था। तहसीलदार ने लापरवाही पर सख्त आपत्ति जताते हुए उसे 15 दिन में दुरुस्त करने के निर्देश दिए।