इसके चलते अब मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने सभी संभागायुक्त व कलेक्टरों को पत्र लिखकर कहा है कि एेसे पुलिस व प्रशासन के अफसरों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जो माफिया के नाम पर साधारण नियमों के उल्लंघन के मामलों में कार्रवाई कर रहे हैं। माफिया के खिलाफ कार्रवाई में वास्तविक माफिया को ही ध्वस्त किया जाना है। मुख्यमंत्री ने सीएस को ये निर्देश अपने दावोस रवाना होने से पहले दिए।
सीएस ने लिखा है कि सीएम के निर्देशानुसार केवल उन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करना है, जो बड़े अपराध में ल्प्ति हैं, ब्लैकमेलिंग कर रहे हैं या संगठित अपराध करते हैं। माफिया का मतलब वास्तविक माफिया पर कार्रवाई से हैं। इसकी आड़ में अतिक्रमण विरोधी जैसी मुहिम न चले। सीएस ने लिखा है कि जनता से यदि इस प्रकार की कार्रवाई की शिकायत मिलती है,
तो संबंधित पुलिस या प्रशासन के अधिकारी के खिलाफ तुरंत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। साथ ही सीएस कार्यालय को भी इसकी पूरी रिपोर्ट दी जाए। सीएस ने लिखा है कि सीएम ने माफिया के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर नगर निगम व राजस्व के अफसरों के द्वारा बिल्डिंग परमिशन व इसी प्रकार के नियमों के उल्लंघन में नोटिस जारी करने पर भारी एेतराज जताया है। एेसा ही पुलिस में किया गया। इस कारण अब एेसे अफसरों की जवाबदेही तय की जाए।
गौरतलब है कि सीएम पूर्व में भी कई बार बैठक लेकर माफिया के नाम पर अतिक्रमण विरोधी जैसी मुहिम चलाने को लेकर नाराजगी जताई थी। बार-बार इस मामले में सीएम ने वास्तविक माफिया पर ही कार्रवाई करने के लिए कहा। इसके बाद अब सीएस ने पत्र लिखा है।