सीएम कमलनाथ की तरफ से हरी झंडी मिलने के बाद अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में होने वाले मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश कार्यक्रम से पहले इसकी घोषणा हो सकती है। वे प्रदेश के पर्यटन से लेकर यहां की खूबियों का प्रचार करेंगे। बताया जा रहा है कि गोविंदा की मुलाकात मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ से भी दो-तीन बार हो चुकी है। सूत्र बता रहे हैं कि सीएम कमलनाथ पर्यटकों को लुभाने के लिए गोविंदा से प्रदेश की ब्रांडिंग करवाना चाह रहे हैं।
दरअसल, मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश हित में उनका उपयोग करने की बात पहले ही कह चुके हैं। बताया जा रहा है कि जिस तरह से गुजरात सरकार ने अभिनेता अमिताभ बच्चन को ब्रांड एम्बेसडर बनाकर गिर, कच्छ का रण आदि का प्रचार किया था, ठीक उसी तरह मध्यप्रदेश भी गोविंदा का उपयोग करेगी। गोविंदा को यह जिम्मेवारी देकर सरकार चाहती है कि बॉलीवुड भी एमपी की तरफ आकर्षित होगा। इससे यहां फिल्मों की शूटिंग होगी।
बीजेपी ने उठाए सवाल
हालांकि सरकार की इन कोशिशों पर बीजेपी ने सवाल उठाए है। बीजेपी का कहना है कि मध्यप्रदेश की सरकार बॉलीवुड के किसी कलाकार के बदले अगर किसान को ब्रांडिंग की यह जिम्मेवारी देती तो ज्यादा अच्छा होता।
हालांकि सरकार की इन कोशिशों पर बीजेपी ने सवाल उठाए है। बीजेपी का कहना है कि मध्यप्रदेश की सरकार बॉलीवुड के किसी कलाकार के बदले अगर किसान को ब्रांडिंग की यह जिम्मेवारी देती तो ज्यादा अच्छा होता।
प्रदेश की मुश्किलें
मध्यप्रदेश में पर्यटन की आपार संभावनाएं हैं, लेकिन यहां विदेशी टूरिस्ट ज्यादा नहीं आ पाते हैं। कुछ जगहों को छोड़ दें तो बाकी जगहों पर वो नहीं जाते हैं। सिर्फ खजुराहो में सबसे ज्यादा विदेशी टूरिस्ट आते हैं। दूसरे जगहों पर न जाने के कई कारण हैं। उनमें सबसे प्रमुख एयर कनेक्टिविटी है। ऐसे में सरकार की कोशिश यह भी होगी कि वहां कनेक्टिविटी बढ़ाया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में पर्यटक मध्यप्रदेस आ सकें।
मध्यप्रदेश में पर्यटन की आपार संभावनाएं हैं, लेकिन यहां विदेशी टूरिस्ट ज्यादा नहीं आ पाते हैं। कुछ जगहों को छोड़ दें तो बाकी जगहों पर वो नहीं जाते हैं। सिर्फ खजुराहो में सबसे ज्यादा विदेशी टूरिस्ट आते हैं। दूसरे जगहों पर न जाने के कई कारण हैं। उनमें सबसे प्रमुख एयर कनेक्टिविटी है। ऐसे में सरकार की कोशिश यह भी होगी कि वहां कनेक्टिविटी बढ़ाया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में पर्यटक मध्यप्रदेस आ सकें।
चुनाव लड़ने की भी अफवाह
अभिनेता गोविंदा लोकसभा चुनाव से पूर्व सीएम कमलनाथ से मिले थे। उस दौरान यह चर्चा शुरू हो गई थी कि शायद कांग्रेस की टिकट पर गोविंदा चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि बाद में गोविंदा ने खुद ही इन कयासों को खारिज कर दिया था।
अभिनेता गोविंदा लोकसभा चुनाव से पूर्व सीएम कमलनाथ से मिले थे। उस दौरान यह चर्चा शुरू हो गई थी कि शायद कांग्रेस की टिकट पर गोविंदा चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि बाद में गोविंदा ने खुद ही इन कयासों को खारिज कर दिया था।