। इसके पहले दो तारीख को बांघवगढ़ नेशनल पार्क में एक बाघ ने सुरक्षा श्रमिक चिंतामणि पर हमला बोल कर दिया था, जिससे मौके पर ही श्रमिक की मौत हो गई थी।
पेंच नेशनल पार्क से लगे हुए अंबाड़ी गांव की नीलकली 20 वर्ष अपनी मां के साथ पार्क के बफर जोन में सुबह साढ़े दस बजे महुआ बिन रही थी। वहीं नाले में एक बाघ छिपा हुआ था, महुआ बिनते समय पीछे से बाघ ने उस पर हमला बोल दिया। इसके साथ ही उसे कुछ दूर तक घसीटते हुए ले गया, जिससे नीलकली की मौत हो गई। उसकी मां के चिल्लाने और गांव वालों को बुलाते ही बाघ मौके से भाग गया। इस हमले से गांवों में वन्य प्राणियों और वन विभाग के अमले के प्रति काफी रोष व्याप्त हो गया है।
पेंच नेशनल पार्क से लगे हुए अंबाड़ी गांव की नीलकली 20 वर्ष अपनी मां के साथ पार्क के बफर जोन में सुबह साढ़े दस बजे महुआ बिन रही थी। वहीं नाले में एक बाघ छिपा हुआ था, महुआ बिनते समय पीछे से बाघ ने उस पर हमला बोल दिया। इसके साथ ही उसे कुछ दूर तक घसीटते हुए ले गया, जिससे नीलकली की मौत हो गई। उसकी मां के चिल्लाने और गांव वालों को बुलाते ही बाघ मौके से भाग गया। इस हमले से गांवों में वन्य प्राणियों और वन विभाग के अमले के प्रति काफी रोष व्याप्त हो गया है।
नाराज ग्रामीणों ने जलाया वाहन
नाराज ग्रामीणों ने वन अमले का वाहन जला दिया। बताया जाता है कि घटना की सूचना मिलते ही वन अमला मौके पर पहुंच गया था। नाराज ग्रामीणों ने वन विभाग की जिप्सी जला दी और अमले से झूमा-झटकी भी की। इसके बाद वन कर्मियों ने इसकी सूचना स्थानीय थाने और जिला प्रशासन को दी, जिससे वहां तत्काल पुलिस बल भी पहुंच गया था। एडीएम ने उसके परिजनों को राहत राशि के रुप में पांच हजार रूपए तत्काल दिया और वन विभाग ने पीडि़त के परिवार को 4 लाख रुपए देने का अश्वासन दिया है। यह राशि वन विभाग कल तक पीडित परिवार को सौंप देगा।
कैमरा ट्रैप के बाघ के रिकार्ड निकालने के निर्देश
मप्र वाइल्ड लाइफ प्रमुख राजेश श्रीवास्तव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे कैमरा टै्रप के रिकार्ड निकालकर उसका आंकलन करें। जिससे यह देखा जाए कि हमला करने वाला बाघ वही है जिसने कुछ दिन पहले एक श्रमिक को अपना निशाना बनाया था अथवा कोई दूसरा है। इसके साथ ही अधिकारियों को इन दोनों बाघों पर नजर रखने के लिए कहा गया है।