कमलनाथ लोकसभा प्रत्याशियों के साथ उनके क्षेत्र की स्थिति के बारे में बात की। उसके आधार पर आकलन करेंगे कि कांग्रेस जीत रही है कि नहीं। हालांकि इस बैठक में भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह नहीं पहुंचे। एग्जिट पोल आनेके बाद सीएम कमलनाथ यह दावा करते रहे हैं कि यह सिर्फ मनोरंजन के लिए हैं। 23 मई को नतीजे आएंगे तो कांग्रेस 21-22 सीटें मध्यप्रदेश में जीतेगी।
मध्यप्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं, जिसमें 3 पर कांग्रेस का कब्जा है। 2014 में कांग्रेस ने 2 ही सीट जीती थी, बाद झाबुआ-रतलाम की सीट उपचुनाव में जीती थी। ऐसे में विधानसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद कांग्रेस को उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव में उसे दोहराएगी।
गौरतलब है कि चुनाव से पूर्व कमलनाथ ने कैबिनेट के सभी मंत्रियों को यह टास्क दिए थे कि लोकसभा उम्मीदवारों को अपने-अपने क्षेत्र में लीड दिलवाए। कमलनाथ इस बैठक में इऩ्हीं चीजों पर उम्मीदवारों से फीडबैक ले रहे हैं कि उन्हें मंत्रियों से कितना सहयोग मिला। क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सबसे ज्यादा फोकल मध्यप्रदेश पर ही किया था। उन्होंने सबसे ज्यादा 16 रैलियां यहां की हैं।
एग्जिट पोल के अनुसार प्रदेश में कांग्रेस को 2-3 सीटें मिलती हुईं दिखाई दे रही हैं। जिसमें कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह भी हारते हुए दिख रहे हैं। साथ ही मुश्किल में गुना से कांग्रेस उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया की सीट भी है।