ट्रेन के किराये पर गरमायी राजनीति
मामला उस समय गरमा गया, जब श्रमिक स्पेशल ट्रेन से नासिक से भोपाल आये मजदूरों से टिकट के पैसे वसूले गये। जैसे ही यह खबर मीडिया के माध्यम से अधिकारियों और राजनीतिक दलों तक पहुंची तो राजनीति शुरू हो गई। हालांकि जैसे ही मामला तूल पकड़ा तो कुछ ही घंटों बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट कर श्रमिकों का किराया राज्य सरकार द्वारा भरने की बात कहीं।
कांग्रेस देगी श्रमिकों का किराया
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वीडियो के माध्यम से कहा कि प्रदेश के बाहर फंसे लाखों मजदूर जो विभिन्न राज्यों में फंसे हुए हैं। खाने का प्रबंधन नहीं था। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार ने कोई मदद नहीं की। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि सोनिया गांधी की तरफ से श्रमिकों को रेल और बस का किराया कांग्रेस पार्टी द्वारा दिया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के इस निर्णय का स्वागत किया।
शिवराज ने कहा – “मैं देर करता नहीं, देर हो जाती है…”
सोनिया गांधी की तरफ से श्रमिकों को रेल और बस का किराया संबंधी बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा, स्व. ऋषि कपूर साहब की एक फ़िल्म में गाना था जो मुझे याद आ रहा है, “मैं देर करता नहीं, देर हो जाती है…” ये सटीक बैठता है कांग्रेस के नेता श्रीमती सोनिया गांधी और श्री राहुल गांधी पर। वो विज्ञप्ति जारी कर कह रहे है कि कांग्रेस, श्रमिकों की आवाजाही का खर्च वहन करेगी!
थोड़ा समाचार पढ़ लिया कीजिए
अरे नेताजी, थोड़ा समाचार पढ़ लिया कीजिए, या फिर अपने सलाहकारों को बदलिए, जो आप को सही जानकारी नहीं देते। मध्यप्रदेश ने पहले ही अलग-अलग राज्यों में फंसे श्रमिकों को सरकार के खर्चे पर वापस लाने का काम शुरू कर दिया है। वो हम ही थे जो कोटा में फँसे विद्यार्थियों को अपने खर्चे पर लेकर आए। अब तक एक श्रमिक ट्रेन भी आ चुकी है! आप चाहें तो प्रदेश में अपने विधायकों से बात कर लीजिए। प्रदेश का हर नागरिक यह सच्चाई जानता है कि कौन उनका ख़्याल रखता है और कौन सिर्फ़ दिखावे की राजनीति करता है।
मगरमच्छ के आंसू बहाना बंद कीजिए
उधर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष हुज़ूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि सोनिया जी मगरमच्छ के आंसू बहाना बंद कीजिए। आप अपने बयान से मज़दूरों को भड़काना चाह रही हैं। राजनैतिक बयान बाज़ी करने की जगह सोनिया जी को चाहिए की वह 10-20 हज़ार करोड़ रेल विभाग मे जमा कर दें।