scriptइंसानियत का दामन थाम कर चलो, दुनिया भी तुम्हारी हो जाएगी- उलेमा | Alami tablali iztima in bhopal | Patrika News

इंसानियत का दामन थाम कर चलो, दुनिया भी तुम्हारी हो जाएगी- उलेमा

locationभोपालPublished: Nov 25, 2018 02:00:32 am

Submitted by:

Bharat pandey

इबादतगाह में तब्दील हुई इज्तिमागाह

भोपाल। आलमी तब्लीगी इज्तिमा के दूसरे दिन शनिवार को भी जमातों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा है। इज्तिमागाह किसी बड़ी इबादतगाह की शक्ल में तब्दील हुई नजर आ रही है। सुबह फजिर की नमाज के बाद उलेमा ने मजमे को खिताब करते हुए कहा कि इंसानियत का दामन थाम कर चलो, दुनिया भी तुम्हारी हो जाएगी और अल्लाह भी राजी हो जाएंगे। सुबह मौलाना जमशेद साहब ने बयान किए। आलमी तब्लीगी इज्तिमा के दूसरे दिन शनिवार रात तक इज्तिमागाह में पहुंचने वालों की संख्या पांच लाख को पार कर गई। इज्तिमाइयों के ठहरने के लिए यहां 70 एकड़ से ज्यादा जगह में पंडाल लगाया गया है। रविवार शाम को यहां होने वाली दुआ-ए-खास में जुडऩे के लिए लोग अलग-अलग साधनों से पहुंच रहे हैं। इनके इस्तकबाल के लिए रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित कई स्थानों पर कैम्प भी लगाए गए हैं।

क्या कहा उलेमा ने

जौहर का बयान
दोपहर नमाज के बाद मौलाना मुस्तकीम साहब ने कहा कि सारे नफे-नुकसान अल्लाह के हाथ में है। उसके इशारे के बिना कुछ भी मुमकिन नहीं। उन्होंने कहा जिसको अल्लाह नुकसान पहुंचाने की नीयत कर लें, उसे सारी दुनिया मिलकर फायदा नहीं पहुंचा सकती। और जिसे अल्लाह कुछ देना चाहे, सारी दुनिया की कोशिश से भी उसका नुकसान नहीं हो सकता।
असिर में हुई ये बात
शाम को असिर की नमाज के बाद मौलाना उमर साहब ने अपने मुख्तसिर बयान में तब्लीग की छह बातों पर रोशनी डालते हुए जमातों में निकलने और अपने ईमान को पुख्ता करने की बातें समझाई।
और मगरिब में कहा गया
नमाज-ए-मगरिब के बाद मौलाना साअद साहब ने बड़े मजमे को खिताब करते हुए कहा कि भलाई के रास्ते से लोग भटक रहे हैं। इसी की वजह से परेशानियों में मुब्तिला हो रहे हैं। पड़ोसी के हुकुक, रिश्तेदारों के लिए बेहतर अख्लाक और वाल्देन के फर्ज अदा करो, कामयाब हो जाओगे।
आज दुआ के साथ समापन
आलमी तब्लीगी इज्तिमा का समापन रविवार शाम को दुआ-ए-खास के साथ होगा। पहली बार रविवार को हो रही दुआ से पहले दिल्ली मरकज के मेहमान बयान करेंगे। इनमें फजिर की नमाज के बाद मौलवी यूसुफ के तकरीर करेंगे। वहीं बाद नमाज जोहर मौलाना जमशेद की तकरीर होगी। असिर की नाम के बाद-इकबाल हफीज के बयान होंगे। मगरिब की नमाज के बाद मौलाना सबयान एवं दुआ-मौलाना साद बयान और दुआ कराएंगे।

इबादत के साथ रक्तदान भी
इज्तिमागाह में ब्लड डोनेशन कैम्प भी लगाया गया है। मिल्ली कौंसिल फॉर एजुकेशन, हकीम सै. जिया-उल-हसन शासकीय (स्वायत्त) यूनानी मेडिकल कालेज एवं हॉस्पिटल और हमीदिया हॉस्पिटल के सहयोग से इसका आयोजन किया गया है। ये तीन दिन चलेगा। मिल्ली कौंसिल के शाहिद उल हुसैनी ने बताया कि शनिवार को दूसरे दिन करीब डेढ़ सौ लोगों ने यहां रक्तदान किया। ये कैम्प कल भी जारी रहेगा। तब्लीगी इज्तिमा के ‘ए’ ब्लाक पर ब्लड डोनेशन केम्प लगाया गया है।

इज्तिमागाह में हुई जनाजे की नमाज
इज्तिमा से लंबे समय से जुड़े रहे छोटे सईद मियां का शुक्रवार को इंतकाल हो गया। उनके जनाजे की नमाज शनिवार को बाद नमाज जोहर इज्तिमागाह में अदा कराई गई। इसमें लाखों लोगों ने हिस्सा लिया। इन्हें बड़ा बाग स्थित कब्रिस्तान में सुर्पुेद खाक किया गया।

बाजारों में पसरा सन्नाटा
शहर के हर रास्तों से जमातियों और व्यक्तिगत तौर पर इज्तिमागाह की तरफ दौड़ लगने के हालात नजर आ रहे हैं। शहर के मुस्लिम इलाकों में बाजारों में सन्नाटा पसरा दिखाई दे रहा है। इतवार शाम को होने वाली दुआ-ए-खास में शिरकत के लिए लोगों का हुजूम इज्तिमागाह में शनिवार से ही लगा शुरू हो गया है।

 

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो