अली का कहना है कि हर दो घंटे में इन डस्टबिन से वेस्ट का सेग्रिगेशन किया गया। प्लास्टिक कंप्रेस्ड होने से इसका परिवहन आसान हो गया। इज्तिमा स्थल पर इस वेस्ट को यहां से वहां ले जाने के लिए वाहन लगाए गए थे। कहा जा रहा है कि इज्तिमा में आए 15 देशों के लोगों ने इस सफाई व्यवस्था की तारीफ की। गौरतलब है कि इस प्लास्टिक वेस्ट से इंदौर में प्लास्टिक फर्नीचर, गमले, गार्डन रैलिंग बनाई जाएगी। इसका उपयोग पार्कों और सार्वजनिक जगहों पर किया जाएगा।
सोमवार को शहर के रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ रही और ट्रेनों में भी भीड़भाड़ रही। 71वें आलमी तब्लीगी इज्तिमा का रविवार रात दुआ के साथ समापन हो गया। करीब आठ लाख लोगों ने इसमें शिरकत की। दुआ के बाद कई जमातें तो रात में लौट गई लेकिन ज्यादातर की वापसी का सिलसिला सोमवार सुबह से शुरू हुआ। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर बड़ी संख्या में लोग नजर आए। हालात ये थे कि स्टेशन पर पैर रखने को भी जगह नहीं थी।
स्टेशन और बस स्टैंड पर लोगों को पहुंचाने लगे रहे वाहन
इज्तिमागाह ईटखेड़ी से लोगों को रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड तक पहुंचाने के लिए वाहन लगे थे। इसके लिए प्रशासन के साथ कई लोगों ने व्यक्तिगत रूप से व्यवस्था थी। इज्तिमागाह से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के लिए ट्रक, जीप सहित अन्य वाहनों से खिदमतगार जमातियों को लेकर पहुंचे। वहीं कुछ लोग अभी अपने रिश्तेदारों के घर रूके हुए है। क्योकि इस बार इज्तिमा का आयोजन चार दिवसीय होना था, लेकिन चुनाव के चलते इज्तिमा के कुछ समय पहले इसमें एक दिन कम कर दिया गया, जबकि जमाती चार दिन के हिसाब से अपना रिजर्वेशन कराकर आए थे, कई लोगों का वापसी का रिजर्वेशन मंगलवार का है, इसलिए मंगलवार को भी कई जमाती वापसी करेंगे।
विदेशी जमातों ने की वापसी
इज्तिमा में शिरकत करने करीब 15 देशों से जमातें राजधानी पहुंची थी। समापन के साथ ही इनमें से ज्यादातर जमातों ने वापसी कर ली गई।
29 से सजेगा गर्म कपड़ों का बाजार
ताजुल मसाजिद परिसर के पास बरसों से इज्तिमा के दौरान लगने वाला बाजार इस बार 29 नवम्बर से शुरू होगा। विधानसभा चुनाव के चलते इस बाजार को दो दिन आगे बढ़ा दिया गया था। हर बार इज्तिमा के दौरान ही इसकी शुरुआत हो जाती थी, लेकिन इस बार यहां यह बाजार इज्तिमा समापन के तीन दिन बाद यानि 29 नवम्बर से शुरू होगा।