संभागायुक्त के निर्देश का भी नहीं पालन
ओमिक्रॉन वायरस की देश में दस्तक के बीच राजधानी में भी बाहर से लोगों का आना-जाना जारी है। कुछ दिन पूर्व संभागायुक्त गुलशन बामरा ने तीस नवंबर को निर्देश दिए थे कि बस स्टैंड पर भी कोरोना की जांच शुरू की जाए लेकिन चार दिन गुजरने के बाद भी जांच शुरू नहीं की गई। वहीं बस स्टैंड-रेलवे स्टेशन से उतरकर लौट रहे लोग गांव-गांव तक पहुंच रहे हैं।
हजारों लोग रोज कर रहे आवाजाही
बैरागढ़, नादरा और आइएसबीटी के प्रमुख बस स्टैंड से ही रोजाना हजारों की संख्या में लोग बाहर से आकर नजदीकी शहरों और गांव-गांव तक जा रहे हैं। यदि अचानक संक्रमण बढ़ा तो हालात बिगड़ सकते हैं। भोपाल में पिछले एक सप्ताह में 64 से ज्यादा की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसमें से ज्यादातर ट्रेवल हिस्ट्री वाले थे। जो कहीं न कहीं शादी या किसी आयोजन से लौटे थे। हाल ही में होम आइसोलेशन भी खत्म कर दिया है। ऐसे में ज्यादातर लोग अस्पताल में भर्ती किए जा रहे हैं। खतरे को देखते हुए जिले में महावैक्सीनेशन अभियान दिसंबर में हर बुधवार को चलाया जाएगा।
कोरोना कंट्रोल रूम के अनुसार शुक्रवार की रिपोर्ट में पॉजिटिव आए 7 लोगों को काटजू अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें शामिल एक युवती को कॉल किया तो उसने खंडवा में होना बताया है जबकि उसकी लोकेशन भोपाल में आई। अब उसकी तलाश की जा रही है। अभी 48 लोग होम आइसोलेशन में हैं, जिन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया जाएगा।
रेलवे स्टेशन पर 10 फीसदी लोगों की सैंपलिंग
राजाभोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सख्ती शुरू हो गई है। मौके पर यदि किसी भी हवाई यात्री के पास तीन दिन पुरानी निगेटिव रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो रही है तो उनका मौके पर ही आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया जा रहा है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की एक टीम एयरपोर्ट पर सीआइएसएफ की सुरक्षा में यात्रियों की जांच-पड़ताल कर रही है। एयरपोर्ट से प्रतिदिन ३8 जोड़ी उड़ानों का संचालन किया जा रहा है। यहां से दिल्ली, मुंबई, पुणे, बैंगलुरु, हैदराबाद, प्रयागराज सहित अन्य शहरों के लिए यात्रियों का आना-जाना लगा हुआ है। कई यात्री कनेक्टिंग उड़ान से विदेश से होकर भोपाल पहुंच रहे हैं।