भोपाल के कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने फैसला लिया है कि जिले में सोमवार यानी 11 नवंबर 2019 को सभी शिक्षण संस्थान शासकीय और आशसकीय सभी स्कूल खुलेंगे। इसके साथ ही सोमवार को सभी कॉलेज खुल जाएंगे। डीएम ने कहा है कि सोमवार से शिक्षण संस्थानों में शिक्षण कार्य चालू हो जाएंगे। दरअसल, फैसले के बाद से ही भोपाल के कलेक्टर और एसपी लगातार सड़क पर गश्त कर रहे थे।
इंटरनेट सेवाएं भी होंगी बहाल
वहीं, कई संवदेनशील जिलों में अयोध्या पर फैसले को लेकर मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था। प्रशासनिक स्तर पर उन जिलों में रिव्यू के बाद सोमवार से इंटरनेट सेवाएं बहाल करने का फैसला लिया गया। शनिवार को खंडवा जिले में प्रशासन ने तीन दिन के लिए इंटरनेट सेवा बंद करने का फैसला लिया था। वहां भी सोमवार से चालू हो जाएगी।
वहीं, कई संवदेनशील जिलों में अयोध्या पर फैसले को लेकर मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था। प्रशासनिक स्तर पर उन जिलों में रिव्यू के बाद सोमवार से इंटरनेट सेवाएं बहाल करने का फैसला लिया गया। शनिवार को खंडवा जिले में प्रशासन ने तीन दिन के लिए इंटरनेट सेवा बंद करने का फैसला लिया था। वहां भी सोमवार से चालू हो जाएगी।
मुख्य सचिव ने दी बधाई
अयोध्या पर फैसले के दौरान प्रदेश में शांति-व्यवस्था को कायम रखना प्रदेश के अधिकारियों के लिए एक बड़ी चुनौती थी। सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग सीएम कमलनाथ खुद ही पुलिस कंट्रोल रूम में बैठकर मुख्य सचिव एसआर मोहंती के साथ कर रहे थे। फैसले के बाद प्रदेश के लोगों ने भी सद्भावना की मिशाल कायम की है। इसमें प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका भी बड़ी रही है। बेहतर प्रबंधन के लिए राज्य के अधिकारियों को मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने बधाई दी है।
अयोध्या पर फैसले के दौरान प्रदेश में शांति-व्यवस्था को कायम रखना प्रदेश के अधिकारियों के लिए एक बड़ी चुनौती थी। सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग सीएम कमलनाथ खुद ही पुलिस कंट्रोल रूम में बैठकर मुख्य सचिव एसआर मोहंती के साथ कर रहे थे। फैसले के बाद प्रदेश के लोगों ने भी सद्भावना की मिशाल कायम की है। इसमें प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका भी बड़ी रही है। बेहतर प्रबंधन के लिए राज्य के अधिकारियों को मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने बधाई दी है।
चाक-चौबंद थी सुरक्षा व्यवस्था
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले ही प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई थी। वरीय अधिकारी एक दिन पहले ही सड़क पर लगातार गश्त कर रहे थे। दोनों समुदायों के लोगों से शांति कायम करने की अपील भी कर रहे थे। सोशल मीडिया पर भी पैनी निगाह रखी जा रही थी। कुछ लोगों ने आपत्तिजनक पोस्ट भी किया तो उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया गया।