scriptपंचायतों में सचिव और सहायक सचिव पर मनमानी करने के आरोप, मनरेगा के कार्यों तक में लापरवाही | Allegations of arbitrariness on the secretary and assistant secretary | Patrika News

पंचायतों में सचिव और सहायक सचिव पर मनमानी करने के आरोप, मनरेगा के कार्यों तक में लापरवाही

locationभोपालPublished: Oct 26, 2021 10:02:47 pm

– कई और गंभीर आरोप भी लगे हैं, अधिकारी बोले दोनों मामलों में चल रही जांच

पंचायतों में सचिव और सहायक सचिव पर मनमानी करने के आरोप, मनरेगा के कार्यों तक में लापरवाही

पंचायतों में सचिव और सहायक सचिव पर मनमानी करने के आरोप, मनरेगा के कार्यों तक में लापरवाही

भोपाल. राजधानी की बरखेड़ानाथू और मेंडोरी पंचायतों में सचिव और सहायक सचिव पर मनमानी और काम में लापरवाही बरतने, हितग्राहियों को लाभ न पहुंचाने के आरोप लगे हैं। यहां तक मी मनरेगा के काम, जल संसाधन, इंद्रा आवास और पीएम आवास योजना का लाभ ग्रामीणों दिलाने के नाम पर रिश्वत के आरोप लग रहे हैं। इनमें शिकायतकर्ताओं की तरफ से शिकायतें की गईं, लेकिन किसी मामले में कुछ नहीं हुआ। सिर्फ जांच ही चल रही है। ये तो चंद मामले हैं, ऐसे कई मामलों में पहले भी ग्यारह सचिवों के खिलाफ जांच हो चुकी है। किसी में कुछ नहीं हुआ।

केस-1
बरखेड़ानाथू पंचायत–

शिकायतकर्ता अनोखीलाल पटेल, सईद, दौलतराम सहित अन्य ने पंचायत सचिव परम सिंह मारण की शिकायत करते हुए आरोप लगाया कि इनके द्वारा बड़े स्तर पर गड़बड़ी की जा रही है। सड़क निर्माण, जल संसाधन, इंद्रा आवास और पीएम आवास योजना का लाभ ग्रामीणों दिलाने के नाम पर रिश्वत मांगी जाती है। विकास कार्यो में भी जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। पंचायत में किये हुए कार्यों की जांच कराई जाए तो बड़ा घोटाला सामने आयेगा। शिकायकर्ता ग्रामीणों ने सचिव को तत्काल हटाने की मांग तक ही है। इस शिकायत को किए हुए आज 20 दिन से ऊपर हो गए, लेकिन अभी तक इसमें कुछ भी नहीं हुआ।

केस-2
मेंडोरी पंचायत–

शिकायतकर्ता दीपक तोमर, राकेश रावत, रोहन मालवीय ने कई जगहों पर की शिकायत में बताया कि मेंडोरी पंचायत का सहायक सचिव बृजमोहन शर्मा ने मिलीभगत कर कई गड़बडिय़ां की। मेंडोरी श्मशान से लेकर बरखेड़ीखुर्द तक आठ सौ मीटर लंबी कच्ची सड़क का बजट 11 लाख 80 हजार है। इसमें छह लाख की मजदूरी थी, सचिव ने नाम मात्र लोगों को रोड बनाने का काम दिया, बाकी काम मशीन से करा रहे हैं। इसमें कुछ लोगों के अकाउंट में मजदूरी का रुपया डालकर वापस लेने का आरोप है। एक और रोड जिसकी लंबाई 75 मीटर है, ये रोड तीन साल पहले बन चुकी है, आरोप है कि इस रोड की लंबाई पूरी नहीं है। इसकी भी जांच होनी चाहिए। सचिव पर आरोप है कि वे समग्र आईडी भी नहीं बनाते, इस कारण लोगों को मजदूरी और राशन तक के लिए परेशान होना पड़ता है। पीएम हाउस का रुपया दूसरे को देने का आरोप भी इन पर लगा है।

वर्जन
परम सिंह मारण के मामले में जिला पंचायत में जारंच चल रही है। वहीं बृजमोहन शर्मा को लेकर भी जांच जारी है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।

उपेंद्र सेंगर, डिप्टी सीईओ, फंदा ब्लॉक, जिला पंचायत

ट्रेंडिंग वीडियो