जब कोई पार्टी अपना उम्मीदवार किसी को बनाती है तो उस व्यक्ति को नामांकन से साथ बी फार्म जमा करना होता है। स्क्रूटनी के समय तक पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार होने के लिए फॉर्म ए और फॉर्म बी दाखिल करना होता था। यदि ये फॉर्म दाखिल हो जाते थे तो उम्मीदवार को पार्टी का निशान दे दिया जाता है। लेकिन किसी कारणवश उस का नामांकन निरस्त हो जाता था तो उस क्षेत्र में पार्टी का उम्मीदवार ही नहीं रह जाता था। इसे ध्यान में रखते हुए आयोग ने यह व्यवस्था की कि पार्टियां अपने फॉर्म बी में वरीयतानुसार दो नाम दे सकती हैं। यदि प्रथम वरीयता के उम्मीदवार का नामांकन निरस्त होता है तो स्वतः ही दूसरे को पार्टी का निशान मिल जाता है।
नामांकन से पहले रोड शो
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने नामांकन से पहले रोड शो किया। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह समेत पार्टी के कद्दावर नेता मौजूद थे। वहीं, सभा में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह पर जमकर निशाना साधा। शिवराज सिंह चौहान ने कहा- जिस साध्वी ने देश के लिए संन्यास धारण किया उसी ने कांग्रेस वालों ने भगवा आंतकवादी घोषित कर दिया। उन्होंने कहा- दिग्विजय सिंह और राहुल गांधी ने भगवा को आतंकवाद से जोड़ने का षड्यंत्र किया। यह हिन्दू संस्कृति है, जो सबके सुखी, मंगल और कल्याण होने की बात करती है। नामांकन दाखिल करने से पहले साध्वी प्रज्ञा ने रोड शो किया। इस दौरान मौजूद कार्यकर्ता भगवा रंग में नजर आए तो वहीं, पोस्टरों में लिखा था कि मैं भगवाधारी हिन्दू हूं।