हाई प्रोफाइल तरीके से सवारी करते थे
दोनों ही ट्रेन के एसी कोच में हाई प्रोफाइल तरीके से सवारी करते थे, ताकि कोई शक नहीं कर पाए। न ही चेकिंग आदि हो सके। दोनों से अब तक की पूछताछ में बांग्लादेश तक तार जुडऩा पाया है। दोनों के तार राजस्थान, दिल्ली, मुंबई, भोपाल, इंदौर, बिहार, उप्र से जुड़े हैं। इसकी सप्लाई कई राज्यों के कई शहरों की होटलों एवं बार,रेव पार्टियों और पर्यटक स्थलों में की जाती थी।
जमानत पर छूटी है
एक बार में यास्मिन-शाबिर को दो लाख तक बचत होती थी। यास्मिन पहले भी ड्रग्स की तस्करी के आरोप में बिहार-सासाराम में गिरफ्तार हो चुकी है और आठ महीने तक जेल में रही। कुछ समय पहले वह जमानत पर छूटी और फिर से यह काम करना शुरू कर दिया। दोनों ने पूछताछ में महाराष्ट्र, बिहार, मप्र में यह पदार्थ बेचना स्वीकार किया है।
कैप्सूल के रूप में पकड़ा गया
दोनों दिल्ली-मुंबई में होने वाली रेव पार्टियों व होटलों में अल्प्राजोलम सप्लाई करते थे। एसटीएफ स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि अब तक अल्प्राजोलम कैप्सूल के रूप में पकड़ा गया है। इतनी बड़ी मात्रा में पाउडर के साथ गिरफ्तारी प्रदेश में पहली बार हुई है। दोनों से पूछताछ जारी है, अब यास्मिन की जमानत याचिका खारिज करने का आवेदन लगाया जाएगा।
कौन हैं यास्मिन-शाबिर
यास्मिन (50) उर्फ शकुंतला अमरावती की रहने वाली है। इसने नरेंद्र से शादी की। बाद में तलाक हो गया। फिर मंदसौर में नूर मोहम्मद से शादी की। इससे शाबिर हुसैन को जन्म दिया। शाबिर की उम्र वर्तमान में 25 साल है। यास्मिन ने नूर के साथ भी ड्रग तस्करी का काम किया,पकड़े गए। नूर को सजा हो गई। वह जेल में है, इसके बाद यास्मिन ने आसिफ से शादी कर ली। 2014 में भी 50 ग्राम ड्रग के साथ गिरफ्तार की जा चुकी है।
ये है अल्प्राजोलम
बेहद नशीला व सनक बढ़ाने वाला केमिकल पदार्थ है। सीरियल अपराधों में शामिल लोग अधिक इसका इस्तेमाल करते हैं। इसके सेवन से दिमाग में सीरियल अपराध करने की सनक बढ़ती है। सीरियल किलर अपराधियों में यह प्रचलित ड्रग है। 10 ग्राम ड्रग का इस्तेमाल दो दिन तक सनक बनाए रखता है।