महाशिवरात्रि के मौके पर प्रस्तुत है अनूठे महादेव सीरीज। patrika.com आपको बता रहा है आशापुरी का ऐसा शिवलिंग जिसके भीतर विद्यमान हैं 1008 शिवलिंग...।
रायसेन जिले के भोजपुर मंदिर के पास है आशापुरी गांव। इस गांव में खुदाई के दौरान ऐसा अनूठा शिवलिंग मिला था, जिसने सभी को हैरत में डाल दिया था। इस शिवलिंग में लोगों की आस्था बढ़ती गई और अब यह स्थान पवित्र धाम बन गया है। श्रद्धालुओं का मानना है कि एक शिवलिंग पर 1008 छोटे-छोटे शिवलिंग होने का फल जरूर मिलता है। आसपास के लोग इस भिलोटा देव भी कहते हैं। शिवलिंग के सामने ही नंदी व मां पार्वती की प्रतिमा भी स्थापित है।
महाशिवरात्रि पर होता है भक्तों का जमावड़ा
इस शिवालय के संजय महाराज नामक पुजारी कहते हैं कि महाशिवरात्रि पर यहां भक्तों का मेला लग जाता है। बड़ी संख्या में लोग इस अनूठे शिवलिंग के दर्शन करने आते हैं। यहां भंडारे और भजनकीर्तन के कार्यक्रम होते हैं।

कैसे पहुंचे
राजधानी के पास रायसेन जिले में स्थित है भोजेश्वर मंदिर, जिसे हम भोजपुर मंदिर के नाम से जानते हैं। यहां से 8 किमी दूर स्थित औबेदुल्लागंज जाने वाले रास्ते पर यह शिवालय है। दूसरी तरफ औबेदुल्लागंज की तरफ से भी यहां पहुंच सकते हैं, वहां से 10 किमी दूर है यह स्थान।दोनों मार्गों से बस अथवा निजी वाहन के लिए पक्का रास्ता बना हुआ है।

भूतेश्वर महादेव भी है अनोखे
आशापुरी गांव में ही भूतेश्वर महादेव भी हैं जो चारों तरफ से खंडहर के बीच विराजमान हैं। परमारकालिन और बेशकीमती धरोहर के बीच इस स्थान पर जाने की मनाही है। पुरातत्व विभाग के संरक्षण में यह मंदिर है, जो खंडहर की शक्ल में है। वो इसे संरक्षित करने का प्रयास कर रहा है। इसके साथ ही आशापुरी में गांव से 300 मीटर की दूरी पर 9वीं से 12वीं सदी के बीच मंदिर समूह के अवशेष संरक्षित है।