आज सोशल मीडिया पर ट्रोल आर्मी चलती है। दिग्विजय सिंह मंगलवार को सोशल मीडिया विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। दिग्विजय ने कहा कि ये बात मोदी से सीखनी चाहिए कि अपने मुख्यमंत्रियों का सोशल मीडिया पर किस तरह प्रचार किया जाता है।
उन्होंने कहा कि डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया की अपनी अलग दुनिया है। पिछले 10 साल में इसने अपनी एक अलग ही पहचान बनाई हैं। 2011 में मैं सोशप मीडिया में आया था और सोशल मीडिया में मैंने काफी गली भी खाई है। 2007 से मोदी के लिए अमेरिका की मीडिया कंपनी काम कर रही हैं ।
उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप्प का प्रभाव मोब्लिंचिंग से भी बड़ा है। पूरे देश में नफरत का माहौल बनाया जा रहा है। आज सोशल मीडिया को रेग्युलेट करना ज़रूरी हो गया है। ये एक पॉलिटिकल स्ट्रैटिजि के तहत हो रहा हैं, जो कि अमेरिका की एक पीआर कंपनी कर रही हैं।
आज फेक न्यूज़ एक बड़ी समस्या हैं। व्हाट्सएप पर वीडियो के जरिये अफवाह फैलाई जाती हैं। आज सोशल मीडिया अफवाह का बाजार बन गया हैं। सोशल मीडिया से अफवाह फैला कर सम्प्रदायिकता को बढ़ावा मिलता हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि ट्रोल आर्मी एेसे लोगों को ट्रोल करती है जो मोदी का विरोध करते हैं।
इस ट्रोल आर्मी का सबसे बड़ा निशाना मैं ही बनता हंू। मैं ट्विटर पर 2011 में आया लेकिन मुझसे पांच साल पहले मोदी इस प्लेटफॉर्म पर आ गए थे। सोशल मीडिया का उपयोग मोदी खूब करते हैं।