कहा जा रहा है कि अमित शाह के दौरे को चुनावी श्रीगणेश के तौर पर देखा जा रहा है। अमित शाह यहां पर पार्टी के सभी 400 मंडलों की बैठक लेंगे। इस मैराथन बैठक में पूरे चुनाव की रणनीति तय करने का काम शुरू होगा।
अमित शाह यहां पर प्रदेश भाजपा की चुनावी तैयारियों की भी समीक्षा करेंगे। कहा जा रहा है कि वह उप चुनावों में मिली हार के कारणों और आगे चुनाव में कैसे उतरना है, दोनों पर बात करेंगे। ऐसे में अमित शाह के दौरे को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
दरअसल, इस साल के आखिर में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं। प्रदेश में भाजपा का ग्राफ पिछले कुछ महीनों में गिरा है। लगातार उपचुनाव में हार और नगरीय चुनावों में भी पार्टी ने हार का सामना किया है। ऐसे में पार्टी के भीतर एक डर बना हुआ है। दूसरी ओर कांग्रेस भी चुनावी तैयारी में जुटी है।
ऐसे में भाजपा ने एक कदम आगे बढ़कर काम करने की रणनीति पर चलना शुरू कर दिया है। पार्टी की चुनावी तैयारी क्या हैं और उस पर किस तरह से प्रदेश में काम हो रहा है, इसको जांचने के लिए खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 4 मई को मध्यप्रदेश आ रहे हैं। बैठक संभावित तौर पर भोपाल में ही होगी, जिसमें सभी मंडल प्रभारियों से अमित शाह सीधे संवाद करेंगे।
राकेश सिंह के बाद पहली बार
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद पर राकेश सिंह की ताजपोशी के बाद अमित शाह का यह पहला दौरा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह भी है कि अध्यक्ष की ताजपोशी हुए अभी एक सप्ताह बीता है और राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यक्रम आ गया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद पर राकेश सिंह की ताजपोशी के बाद अमित शाह का यह पहला दौरा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह भी है कि अध्यक्ष की ताजपोशी हुए अभी एक सप्ताह बीता है और राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यक्रम आ गया है।
इससे पूरी प्रदेश भाजपा में हड़कंप है। हर कोई उसी की तैयारियों में जुट गया है। सबसे महत्वपूर्ण यह भी है कि भाजपा इस दौरे को अभी बताना भी नहीं चाह रही है। उसे छुपाने में लगी हुई है। अमित शाह के कार्यक्रमों को मूर्त रूप देने का काम चल रहा है।
मंत्रियों से भी मिलेंगे अमित शाह
माना जा रहा है कि अमित शाह मंत्रियों से सीधे मुलाकात भी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पांच मंत्रियों को परफॉर्मेंस के आधार पर बाहर करने का फार्मूला बनाया है। संभव है कि उसको देखने और जांचने के लिए अमित शाह मंत्रियों से सीधे मुलाकात कर खुद इसका ऐलान कर दें।
माना जा रहा है कि अमित शाह मंत्रियों से सीधे मुलाकात भी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पांच मंत्रियों को परफॉर्मेंस के आधार पर बाहर करने का फार्मूला बनाया है। संभव है कि उसको देखने और जांचने के लिए अमित शाह मंत्रियों से सीधे मुलाकात कर खुद इसका ऐलान कर दें।
यह भी माना जा रहा है कि प्रदेश सरकार का आखिरी मंत्रिमंडल विस्तार भी पार्टी अध्यक्ष के दौरे के बाद हो सकता है। इसमें संभावित नए चेहरों के नाम तय हो जाएंगे और जिन्हें बाहर का रास्ता दिखाना है, उन पर मंजूरी मिल जाएगी।