साध्वी के इस बयान से बीजेपी ने भी किनारा कर लिया है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी इस पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि अनंत कुमार हेगड़े, नलिन कातिल और प्रज्ञा ठाकुर का ये व्यक्तिगत ओपिनियन है। बीजेपी इन बयानों के साथ नहीं है। उनलोगों ने भी इस बयान को वापस लेते हुए माफी मांग ली है। बीजेपी ने इन बयानों को गंभीरता से लिया है और अनुशासन समिति के पास भेज दिया है।
अमित शाह ने कहा है कि अनुशासन समिति ने तीनों नेताओं से जवाब मांगा है। ये सभी लोग पार्टी के अनुशासन समिति का जवाब देंगे। अनुशासन समिति 10 दिनों के अंदर रिपोर्ट तैयार कर पार्टी को सौंपेगी। शाह ने कहा है कि ये बयान पार्टी के विचारधारा के विपरीत हैं। हालांकि इससे पहले ही प्रज्ञा ठाकुर ने अपने बयान पर माफी मांग ली है। उन्होंने कहा है कि मैं नाथूराम गोडसे के बारे में दिए गए बयान के लिए देश की जनता से माफ़ी मांगती हूं। मेरा बयान बिलकुल गलत था। मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का बहुत सम्मान करती हूं।
गौरतलब है कि साध्वी ने आगर-मालवा शहर में रोड शो के दौरान कहा था कि नाथूराम गोडसे देश भक्त थे, हैं और रहेंगे। उनको आतंकवादी कहने वाले लोग स्वयं की गिरेबानी में झांक कर देखें। ऐसा बोलने वालों को इस चुनाव में जवाब दे दिया जाएगा।
साध्वी इससे पहले मुंबई हमले के दौरान शहीद हुए हेमंत करकरे को लेकर भी विवादित बयान दी थीं। उन्होंने कहा था कि हेमंत करकरे की मौत उनके श्राप से हुई थी। बाद में इसे लेकर भी उन्होंने माफी मांगी थी। भोपाल सीट पर 12 मई को ही मतदान संपन्न हो गया है। साध्वी के गोडसे वाले बयान पर चुनाव आयोग ने भी संज्ञान लिया है।