अमृतसर हादसे के बाद मध्यप्रदेश में भी रेलवे और प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। शनिवार को अलर्ट जारी कर कहा गया है भोपाल शहर के कई स्थानों पर झांकी पंडाल बने हुए हैं, जो रेलवे ट्रैक के किनारे है। ऐसे में उन स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया जाए। क्योंकि कभी भी चल समारोह के दौरान वहां हादसे हो सकते हैं। प्रशासन ने भोपाल के कई इलाकों को चिंहिंत कर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है। इसमे ंनिशातपुर, रचना नगर, हबीबगंज, पुराने भोपाल के डीआईजी बंगला, छोला इलाका आदि प्रमुख हैं।
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मध्यप्रदेश के दो बड़े रेलवे स्टेशनों को 20 अक्टूबर को बम से उड़ाने की धमकी
दूसरे दिन भी अलर्ट पर रेलवे
शुक्रवार को ही रेलवे को मिले धमकी भरे पत्र के बाद शनिवार को भी रेलवे टेंशन में आ गया है। रेलवे को शुक्रवार को ही लश्कर-ए-तयैबा की तरफ से धमकी मिली थी कि भोपाल, जबलपुर और कटनी रेलवे स्टेशनों को बम धमाके से उड़ा दिया जाएगा। रेलवे के अंबाला कैंड को भी 25 सितंबर को भी ऐसा ही एक पत्र मिला था। तभी से रेलवे ने रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी कर दी थी।
तीसरी बार मिली ऐसी धमकी
4 अक्टूबर 2017 को भी भोपाल और होशंगाबाद रेलवे स्टेशनों को उड़ाने की धमकी दी गई थी। यह धमकी 100 नंबर पर दी गई थी। इससे पहले 27 मई 2017 को भोपाल और हबीबगंज रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इसके बाद दोनों ही स्टेशनों पर पुलिस ने सर्चिंग अभियान चलाया था। हालांकि उस समय भी यह कोरी अफवाह ही निकली। हालांकि इससे एक दिन पहले ही रेलवे ने सर्कुलर जारी कर हाई अलर्ट जारी किया था। उसमें कहा गया था कि लश्कर के आतंकी जम्मू से कठुआ के रास्ते देश के अन्य हिस्से में प्रवेश कर कोई बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं।
अंबाला कैंट को भी मिली थी धमकी
इससे पहले 26 सितम्बर को हरियाणा के अंबाला केंट रेलवे स्टेशन को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली है। यह धमकीभरा पत्र भी लश्कर ए तयैबा की तरफ से भेजा जाना बताया गया था। इसमें भी खास बात यह थी कि बम धमाके की तारीख 20 अक्टूबर ही दी गई थी। इन दोनों ही धमकीभरे पत्रों में 20 अक्टूबर को धमाका करने बात एक समान नजर आती है।