4 फरवरी को गुजराती समाज भवन में होने वाली नेहा और अश्विन की इस शादी को अटेंड करने और वीगन फूड को प्रमोट करने के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी वीगन एक्टिविस्ट आए हैं। वहीं इस शादी के लिए खासतौर पर मुम्बई, चेन्नई समेत देश के बड़े शहरों से शेफ आए हैं। इसे देश की पहली वीगन शादी कहा जा रहा है। इस शादी में करीब 600 वीगन फूड आइटम्स बने हैं जिसमें कोई भी डेयरी प्रोडक्ट इस्तेमाल नहीं किया गया है। कोकोनट पल्प से श्रीखंड, काजू के दूध से चाय, नारियल पानी से खीर और वॉल्नट से बटर बनाया गया है।
आमिर, कंगना, सोनम भी वीगन के दीवाने…
वर्तमान में बॉलीवुड की कई नामी चेहरे वीगन हो चुके हैं। आमिर खान , सोनाक्षी सिन्हा , सोनम कपूर ,आयशा टाकिया,किरन राव,मल्लिका शेरावत,रिचा चड्ढा, कंगना रनौत , अदा शर्मा, जैकलीन जैसे बॉलीवुड सेलेब्स वीगन हैं। जर्मन शेफ अटिला हिल्डमन खुद जाने माने वीगन हैं। ‘वीगन फॉर फिटÓ नाम की उनकी किताब जर्मनी की बेस्ट सेलर सूची में शामिल है।
वर्तमान में बॉलीवुड की कई नामी चेहरे वीगन हो चुके हैं। आमिर खान , सोनाक्षी सिन्हा , सोनम कपूर ,आयशा टाकिया,किरन राव,मल्लिका शेरावत,रिचा चड्ढा, कंगना रनौत , अदा शर्मा, जैकलीन जैसे बॉलीवुड सेलेब्स वीगन हैं। जर्मन शेफ अटिला हिल्डमन खुद जाने माने वीगन हैं। ‘वीगन फॉर फिटÓ नाम की उनकी किताब जर्मनी की बेस्ट सेलर सूची में शामिल है।
तेल-दूध को छूना भी नहीं
शेफ रविन्दर सिंह बताते हैं कि वीगन होना थोड़ा कठिन है लेकिन, इसके दूरगामी फायदे हैंं। इसके लिए आपको तेल-घी, दूध-दही, मक्खन, अंडा- मांस छोडऩा होगा। लोगों का यह सोचना है कि जब तेल ही छोड़ देंगे तो सब्जी कैसे बनाएंगे?
शेफ रविन्दर सिंह बताते हैं कि वीगन होना थोड़ा कठिन है लेकिन, इसके दूरगामी फायदे हैंं। इसके लिए आपको तेल-घी, दूध-दही, मक्खन, अंडा- मांस छोडऩा होगा। लोगों का यह सोचना है कि जब तेल ही छोड़ देंगे तो सब्जी कैसे बनाएंगे?
इस पर न्यूट्रिशियन बताते हैं कि तेल की जगह पानी में प्याज छौंकिए, थोड़ी देर में पानी भाप बनकर उड़ जाएगा और प्याज गल जाएगा। इसके बाद इसी तरह आलू को उबालकर इस्तेमाल करें।
क्या होता है वीगन?
वीगन यानी वे लोग जो जानवरों से लिया कुछ भी नहीं खाते, सिर्फ मीट या अंडा ही नहीं, वे दूध और दही, मक्खन जैसे सभी डेयरी प्रोडक्ट से भी दूर रहते हैं। जर्मनी में करीब 6 लाख वीगन हैं। वहां सोया से बने कबाब, बिना दूध का चीज बाजार में उपलब्ध हैं। एक दौर था जब जर्मनी में शाकाहारी चीजें मिलना मुश्किल था, लेकिन इस बीच वीगन खाना भी आसानी से मिल जाता है।
वीगन यानी वे लोग जो जानवरों से लिया कुछ भी नहीं खाते, सिर्फ मीट या अंडा ही नहीं, वे दूध और दही, मक्खन जैसे सभी डेयरी प्रोडक्ट से भी दूर रहते हैं। जर्मनी में करीब 6 लाख वीगन हैं। वहां सोया से बने कबाब, बिना दूध का चीज बाजार में उपलब्ध हैं। एक दौर था जब जर्मनी में शाकाहारी चीजें मिलना मुश्किल था, लेकिन इस बीच वीगन खाना भी आसानी से मिल जाता है।
सिर्फ जर्मनी में ही नहीं, यह ट्रेंड अब दुनिया भर में फैल रहा है। खासतौर पर ब्रिटेन अमेरिका में वीगन लोगों की संख्या बढ़ रही है। वहीं ब्राजील और एशियाई देशों में बौद्ध संप्रदाय के लोगों में भी इसका चलन है। भारत में मुम्बई, दिल्ली, बैंगलौर जैसे बड़े शहरों में वीगन रेस्त्रां हैं। वहीं भोपाल के बड़े होटल्स में शेफ ऑन डिमांड वीगन फूड सर्व करते हैं।