वासनिक ने पूछा तो बैठक में सिर्फ एक उपाध्यक्ष की उपस्थिति रही। इस पर वासनिक ने नाराजगी जताई। कोलार इलाके के एक कार्यकर्ता ने कहा कि कांग्रेस नेता तो मुखरता से भाजपा का विरोध भी नहीं करते, हम सीधे टकराते हैं तो हम पर दर्जनों केस लाद दिए गए हैं, संगठन ही नहीं है तो चुनाव कैसे जीतेंगे। एक महिला नेत्री बोलीं कि पिछले 15 साल से हम संघर्ष कर रहे हैं और टिकट बैकडोर एंट्री करने वाले नेताओं को मिलती है। कार्यकर्ताओं ने पीसीसी में सन्नाटा पसरे रहने और उनकी सुनवाई न होने की भी शिकायत की। इस दौरान दिग्विजय सिंह शांत बैठे रहे। वासनिक चार दिन के प्रदेश दौरे पर हैं। पहले दिन उन्होंने भोपाल,सीहोर और रायसेन जिले के कार्यकर्ताओं की बैठक ली। गुरुवार को वे सागर में बैठक लेंगे।
बागियों को नहीं मिलेगी टिकट :
नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस बागी होकर चुनाव लडऩे वाले नेताओं को टिकट नहीं देगी। बैठक में ये फैसला किया गया। बैठक में निकाय चुनाव के लिए स्थानीय स्तर पर सिंगल नाम तय करने पर जोर दिया गया। जिस नाम पर जिला समिति की मुहर लगेगी उसे पार्टी अपना उम्मीदवार घोषित करेगी। जिस नाम पर समिति के सदस्यों की असहमति होगी उस पर फैसला पीसीसी करेगी।
मुकुल वासनिक ने मीडिया से चर्चा में कहा कि नगरीय निकाय चुनाव की आगामी रणनीति व तैयारियों को लेकर सभी से चर्चा कर रहे हैं। हमारे सामने क्या चुनौतियाँ है , वर्तमान में क्या स्थिति है , उस संदर्भ में फैसलों को हम कैसे अंतिम रूप देंगे। निकाय चुनाव में विधायकों को लड़ाने पर बोले कि अभी हमने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है । संगठन में बदलाव पर उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश ऊर्जावान लोगों को साथ में जोडऩे की है। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की भूमिका से जुड़े सवालों को वे टाल गए।