मंत्री ने सीहोर, रायसेन, विदिशा, सागर, टीकमगढ़ और दमोह जिले के कलेक्टर और प्रभारी अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से बात की. उन्होंने आवेदन प्रक्रिया से लेकर और स्टेशन तक यात्रियों को लाने तक के लिए सुविधा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि चयनित आवेदनों को 12 अप्रैल तक आइआरसीटीसी के संबंधित अधिकारी को प्रेषित करें।
तीर्थ यात्रियों को यात्रा के संस्मरण के रूप में यात्रा समाप्ति पर स्मृति चिन्ह भेंट करें-खास बात यह है कि बैठक में उन्होंने यात्रा समाप्ति पर यात्रियों को एक और सौगात के रूप में स्मृति चिन्ह भेंट करने को भी कहा। मंत्री ने निर्देशित किया कि तीर्थ यात्रियों को यात्रा के संस्मरण के रूप में यात्रा समाप्ति पर स्मृति चिन्ह भेंट करें। उन्होंने रेल के डिब्बे पर जिले के नाम के स्टिकर लगाने को कहा जिससे यात्रियों को कोच ढूंढने में आसानी हो। ट्रेन में सेंट्रलाइज्ड साउंड सिस्टम की व्यवस्था करने और ट्रेन में भजन मंडलियों को भी रखने को कहा।
मंत्री ने यह भी बताया कि काशी विश्वनाथ तीर्थयात्रा के यात्रियों के साथ वे स्वयं भी काशी जाएंगी। काशी विश्वनाथ तीर्थ यात्रा 19 से 22 अप्रैल तक रहेगी. तीर्थ यात्रा 19 अप्रैल को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से प्रारंभ होकर बनारस पहुंचेगी। इस यात्रा में भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, सागर, टीकमगढ़ और दमोह जिले के तीर्थ यात्री शामिल होंगे।