छुट्टी लेकर परिजनों से मिलने आ रहे कंवर सिंह को क्या पता कि वह घर पहुंच ही नहीं पाएगा। उसका शव जैसे ही गांव पहुंचा तो पत्नी निरमा देवी व बहनें मीरा, हसन व निरतो का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वे बार-बार बेहोश होती रहीं। माता रामरती देवी भी अपने लाड़ले की पार्थिव देह को देख फफकती रही। मौके पर मौजूद महिलाएं उन्हें ढांढ़स बंधाती रहीं, लेकिन उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।
तीन बहनों में था अकेला भाई तीन बहनों के बीच अकेला भाई होने से बहनें बार-बार दहाड़ मार कर रोए जा रही थीं। परिजनों ने बताया कि वह एक पखवाड़े पहले ही घर आया था। जवान की मौत होने पर गांव में शोक व्याप्त हो गया। हर किसी की आंखें नम नजर आई।
पुलिस जुटी पड़ताल में मामला दर्ज होने के बाद पुलिस पड़ताल में जुट गई है। महूइब्राहिमपुर चौकी प्रभारी ने बताया कि इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है कि जवान पैदल था या किसी के साथ घटना स्थल तक आया। इसके अलावा किस वाहन ने उसे टक्कर मारी। उन्होंने बताया कि इसके अलावा अन्य पहलुओं की भी गहनता से छानबीन की जाएगी।