फरवरी में होना था लाटरी से आवंटन, बैंक से ऋण लेकर राशि जमा करने वालों की किराएदारी के साथ किश्त भी शुरू, फ्लैट का पता नहीं।
भोपाल•Mar 19, 2020 / 05:30 pm•
चन्द्र प्रकाश भारती
Pradhan Mantri Awas Yojana: houses incomplete, installment also stuck
भोपाल। प्रधानमंत्री आवास को ट्रांसपोर्ट नगर कोकता में गरीबों के दिए जाने वाले ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स अधिकांश राशि जमाकर करवा ली गई। फरवरी में होने वाली लाटरी सिस्टम से आवंटन की प्रक्रिया आधा मार्च निकलने के बाद भी होती नजर नहीं आ रही है। बताया गया कि 960 आवासों की इस योजना में अभी 80 प्रतिशत ही काम हुआ है और करीब 450 लोगों ने मकान के लिए पैसा भी जमा कर दिया है। लाटरी से आवंटन काम पूरा होने के बाद भी होने का बताया जा रहा है। जिसमें करीब छह माह और लगना है। अपने घर का सपना देखने के लिए मार्च माह से दोहरी मार शुरू हो चुकी है। माच माह से उनकी बैंक ने ऋण पर किश्त लेना शुरू कर दिया है। वह किराया तो पहले से ही जमाकर रहे थे। जो भी आवास तैयार हो गए है। अगर उन्हे पहली फ्लैंटस आवंटित हो जाते तो किराएदारी से वह बच जाते।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 5.25 लाख के फ्लैंटस में पंजीयन राशि 52.500 रुपए के साथ पांच किश्तो में उन्हे पैसा पूरा जमा करना था। अधिकांश हितग्राहियों ने आवंटन न रुक जाएं उसे लेकर नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पहली किश्त तो सभी ने अपने स्तर पर जमा कर दी थी,लेकिन बाकी किश्तों को जमा करने के लिए बैंक से लोन लिया था। बैंक ने ऋण देकर 80 प्रतिशत से अधिक राशि भी जमा कर दी है, लेकिन हितग्राहियों को पजेशन तो दूर फ्लैंटस का नम्बर आवंटित नहीं हुआ है। जिसके चलते हितग्राही वहां जाकर भी नहीं रह सकते है।
इनका कहना
-करीब 450 हितग्राहियों ने आधिकांश राशि फ्लैटस की जमा कर दी है। ये सहीं है कि लाटरी फरवरी में होने का लिखा गया था। मेरा काम लोगों से पैसा जमाकरवाना है। काम तो अभी 80 प्रतिशत वहां का हो चुका है। बताया गया है कि काम पूरा होने के बाद आवंटन होगा। आवंटन व लाटरी व्यवस्था हमारे अधीन नहीं है।
-मोहन शर्मा, कर्मचारी, प्रधानमंत्री आवास
-मैं तो कुछ दिन पहले ही इस जिम्मेदारी को भी देख रहा हूं। कोकता का प्रोजेक्ट अंतिम पड़ाव पर है। ये सहीं है की अभी लाटरी नहीं की गई है,ेलेकिन किसी आवेदक किराएदारी के साथ किश्त शुरू होने लगी है और अन्य कोई समस्या आ रही है तो मुझसे आकर वह मिल सकती है। उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा।
-एआर पवार, प्रजोक्ट इंचार्ज, प्रधानमंत्री आवास योजना
-मामला कोकता ट्रांसपोर्ट नगर प्रोजेक्ट का है। फरबरी में होना था लाटरी से चयन, बैंक से ऋण लेकर उपभोक्ता कर चुके है पैसा जमा। अब किराए के मकान और बैंक की किश्त तो दोहरी मार शुरू गई आवेदकों पर।