बाद में वर्ग एक के चयनित शिक्षकों की चॉइस फिलिंग के बाद वेरिफिकेशन भी हो चुका है। दो महीने पहले वेरिफिकेशन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। वेरिफिकेशन के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पर ब्रेक लगा दिया है।
कोर्ट में है मामला
बता दें कि प्रदेश में 33 हजार चयनित शिक्षक दो साल से नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल में वर्ग-01 में शिक्षकों के 19,600 पद हैं तो मिडिल स्कूल में वर्ग 02 में शिक्षकों के 5600 पद हैं। आदिम जाति कल्याण विभाग के वर्ग 01 में 2200 पद और वर्ग 02 में 5600 पद हैं। वर्ग तीन की परीक्षा आयोजित होनी है।
शिक्षकों की नियक्ति के मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि शिक्षकों का मामला फिलहाल कोर्ट में है। नियुक्ति को लेकर समीक्षा की जा रही है. जल्द से जल्द स्कूलों में शिक्षकों को नियुक्तियां दी जाएगी। बजट की कमी की कोई बात नहीं है।