इससे आर्च को गर्डर का सपोर्ट मिलेगा और इसके नीचे आवाजाही शुरू हो जाएगी। इस काम का जिम्मा स्मार्टसिटी डेवलपमेंट कारपोरेशन के पास है। इसके प्रभारी इंजीनियर ओपी भारद्वाज का कहना है कि दिसंबर तक लोहे के खंभे हटाकर गर्डर का भार केबल पर शिफ्ट कर दिया जाएगा।
जनवरी तक इसका काम पूरा होने की बात कही जा रही है। हालांकि किलोलपार्क की और एप्रोच रोड में बाधक दो मकानों पर अब भी अनिर्णय की स्थिति है और ब्रिज पूरा होने के बावजूद इन मकानों क वजह से शुरू नहीं हो पाएगा। जुलाई 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके लिए भूमिपूजन किया था।
आर्च ब्रिज: फैक्ट फाइल – 40 करोड़ रुपए लागत
– 450 मीटर है ब्रिज की कुल लंबाई – 7.5 मीटर है चौड़ाई
– 02 मीटर का फुटपाथ है इसके एक ओर – 850 टन वजन की 95 गार्डर से इसे बांधा जा रहा है.
– 450 मीटर है ब्रिज की कुल लंबाई – 7.5 मीटर है चौड़ाई
– 02 मीटर का फुटपाथ है इसके एक ओर – 850 टन वजन की 95 गार्डर से इसे बांधा जा रहा है.