डीआइजी धमेन्द्र चौधरी ने बताया कि लुटेरे पुराने हैं, दस साल पहले भी लुटेरों ने आंखों में मिर्ची झोंककर एक लूट की वारदात को अंजाम दिया था। बताया गया है कि पकड़े गए लुटेरों में मुख्य आरोपी सफदर है। सफदर ने पूछताछ में बताया कि एमपी नगर में उसका सीसीटीवी कैमरे लगाने का व्यवसाय है। वह कम्प्यूटर कारोबारी प्रकाशचंद्र गुप्ता के यहां से सीसीटीवी कैमरों की फिटिंग के लिए हार्ड ***** खरीदता था, सफदर दो-तीन सालों से गुप्ता के नकद कारोबार के बारे में जानता था। 25 अक्टूबर की रात करीब 11 बजे कारोबारी गुप्ता जब अंकुर कॉम्पलेक्स स्थित अपने घर जा रहे थे, तभी कॉम्पलेक्स के नीचे तीन युवकों ने नोटों से भरा बैग छीनने का प्रयास किया था। उसने ही अपने रिश्तेदार बिलाल के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी। मामले में हबीबगंज पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ लूट के प्रयास का मामला दर्ज किया था।
10 साल पहले आंख में मिर्च झोंककर लूटे थे 6 लाख रुपए
डीआइजी चौधरी ने बताया कि पकड़े गए लुटेरों में शाहिद मोहम्मद और इमरान खान पुराने लुटेरे हैैं। दस साल पहले दोनों ने मिलकर निशातपुरा थाना क्षेत्र के भानपुर इलाके में आंखों में मिर्च झोंककर छह लाख की लूट की वारदात को अंजाम दिया था। सफदर के कहने पर वे लूट की वारदात में शामिल हुए थे। पुलिस को मंगलवार रात मुखबिर से सूचना मिली थी कि रापडिय़ा जोड़ के पास जामुन के पेड़ के नीचे मौजूद कुछ संदिग्ध युवक बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं। उनके पास हथियार भी हैैं। सूचना पर क्राइम ब्रांच और कटारा हिल्स थाने की टीम को मौके पर भेजा गया। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने देखा कि एक सफेद रंग की कार और काले रंग की बाइक के साथ पांच युवक मौजूद थे। पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया। पकड़े गए बदमाशों के नाम सफदर खान, इमरान खान, शाहिद मोहम्मद, बिलाल यार खान और हनीफ खान बताए गए हैं। उनके पास से कार, बाइक और हथियार जब्त कर लिए गए हैं।