कला को मिल रहा है अलग मंच
प्रतिभा पराशर ने बताया कि अनलॉक के बाद भी मुझे अपनी कला दिखाने का मंच नहीं मिल पा रहा था। इसलिए मैं वॉल पेंटिंग कर रही हूं। मैं शहर की दीवारों और घर केइंटीरियर डिजाइन के हिसाब से पेंटिंग तैयार कर रही हूं। मैंने थ्रीडी पेंटिग्स तैयार की हैं। जिसमें सेव टाइगर, सेव नेचर, सेव अर्थ आदि के सामाजिक मैसेज भी दिए हैं। वहीं, चित्रकार पूजा प्रजापति ने बताया कि मैं वॉल पेंटिंग कर रही हूं। अभी मैं रायसेन रोड स्थित मेंढकी में चित्रकारी कर रही हूं जो कि महिला शक्तिकरण के ऊपर है। इसके साथ ही वेस्ट मटेरियल से भी पेंटिंग करती हूं। इसके जरिए मुझे अपनी कला को दिखाने का मौका भी मिल रहा है।
वॉल पेंटिंग की तेजी से बढ़ रही है डिमांड
चित्रकार रवि कुशवाहा ने बताया कि वैसे तो मेरी पेंटिंग एग्जीबिशन में शामिल होती है लेकिन कोरोना के कारण मंच नहीं नहीं मिल पा रहा है। लोगों की डिमांड भी वॉल पेंटिंग की ओर बढ़ी है इसलिए मैंने आर्ट को दिखाने के लिए नया प्लेटफार्म तैयार किया है। वहीं, जावेद शेख ने बताया कि इंटीरियर में थ्रीडी पेंटिंग को लेकर एक्सपेरिमेंट्स किए जा रहे हैं, जो कस्टमर्स को पसंद आते हैं। ग्राफिकल और एम्बोज्ड थ्रीडी पेंटिंग का ट्रेंड है। एम्बोज्ड पेंटिंग दीवारों पर होती है। अभी मैं कस्टमाइजेशन में कॉटन, साटन, एक्रेलिक बेस्ड थ्रीडी पेंटिंग बना रहा हूं।