कार्यक्रम की शुरुआत आदित्य सिंह ने खोया खोया चांद खुला आसमां… गाने से की। इसके बाद वेणु पिल्लै ने ऐसे न मुझे तुम देखो… गानें पर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए संजय शर्मा ने जिस गली में तेरा घर न हो बालमा… गानें पेश किया तो रूपाली कुसुमाकर ने रंगीला रे तेरे मन में… गानें पर अपनी मधुर आवाज दी।
इसके बाद सतशुभ्र ने ये जवानी है दिवानी… तो वेेणु ने मीत न मिला रे मन… गीत पर परफॉर्म किया। अगली कड़ी में डुएट परफॉर्मेंस में शुरुआत प्रदीप और पूर्वी ने ओ मेरी सोनी मेरी तमन्ना… से की। गीतों से सजी शाम को आगे ले जाते हुए वेणु और रूपाली ने कह दंू तुम्हें या चुप रहूं…, संजय और रुपाली ने कहीं करती होगी वो मेरा इंतजार और वेणु और संदीप की जोड़ी ने है मैंने कसम ली… की प्रस्तुति दी। अंत में प्रदीप और पूर्वी ने दुनिया में लोगों को… से समापन किया।
इसके बाद अनमोल नागर ने लता का क्या जाने किसका फिल्म का कोई नहीं है फिर भी है… गीत पेश किया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए आर्या ने लता का शिकार का फिल्म का गीत परदे मैं रहने दो… तो खुशी ने फिल्म कुदरत का तूने ओ रंगीले कैसा जादू किया… गाना गाया। गीतों की महफील को आगे बढ़ाते हुए आर्या और अनमोल ने लता और उषा का फिल्म आजाद डुएट सॉन्ग अपलम चपलम… गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद अनमोल ने आशा का फिल्म डॉन का ये मेरा दिल प्यार का… पर सोलो परफॉर्म किया। अंतिम कड़ी में नीलम ने लता का उनसे मिली नजर के मेरे होश उड़ गए… से कार्यक्रम का समापन किया।