script

Asian Games 2018: फाइनल में पदक से चूक गईं चम्पा मौर्य, केनोए एकल में 7वीं रैक मिली

locationभोपालPublished: Aug 23, 2018 02:09:04 pm

Submitted by:

Manish Gite

Asian Games 2018: फाइनल में पदक से चूक गईं चम्पा मौर्य, केनोए एकल में 7वीं रैक मिली

asian games

weather report: लगातार बारिश ने गिराया तापमान, जानिए कहां पड़ने लगी ठंड

भोपाल/जकार्ता। 18वें एशियाई खेलों के 5वें दिन नौकायन में चम्पा मौर्य फाइनल में पदक से चूक गई हैं। उन्हें सातवीं रैंक मिली है। भारतीय महिला एथलीट चम्पा मौर्या मध्यप्रदेश के धार जिले की हैं।

गुरुवार को नौकायन में महिलाओं की कनोए एकल स्पर्धा में पदक से पीछे रह गईं। उसे फाइनल 7वीं रैंक से संतोष करना पड़ा। चम्पा को कुल 161.63 अंक मिलने के कारण वह पदक से दूर रही। चीन की खिलाड़ी चेन शी को स्वर्ण पदक मिला, जबकि ताइवान की विहान चेन को रजत। जबकि थाईलैंड की अतचारापोर्न डुंगलावा को कांस्य पदक मिला है। एशियाई खेलों में भारत को अब तक 16 पद मिल चुके हैं।
इससे पहले, भारत की चाम्पा मोर्या ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए यहां गुरुवार को 18वें एशियाई खेलों के पांचवें दिन नौकायन में कनोए महिला एकल स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश कर किया था। उल्लेखनीय है कि देशभर के 572 खिलाड़ियों में मध्यप्रदेश से 40 होनहार खिलाड़ी भी 13 विधाओं की स्पर्धा में भाग लेने गए हुए हैं। देश के साथ ही मध्यप्रदेश के भी करोड़ों लोगों की निगाहें इन खिलाड़ियों पर लगी हुई है।

इससे पहले MP की खिलाड़ी चंपा मौर्या ने केनो सलालम के सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। जबकि उनकी साथी आरती पांडे पहले राउंड में बाहर हो गई थी। चंपा धार जिले के इब्राहिमपुरा गांव की रहने वाली हैं। उसके पिता किसान हैं। जबकि आरती पन्ना जिले में रहती है। चंपा सलालम से पहले कयाकिंग केनोइंग में भी नेशनल मेडल जीत चुकी हैं। वे भोपाल में मप्र वाटर स्पोर्ट्स अकादमी में मेहनत कर रही है।

गौरतलब है कि भारत अब तक 4 गोल्ड मेडल, 3 रजत और 9 कांस्य पदक मिल चुके हैं। पदक तालिका में फिलहाल भारत 7वें पायदान पर है। चीन 38 गोल्ड जीतकर पहले स्थान पर बना हुआ है।

 

 

Asian Games में MP के 40 खिलाड़ी
MP के खेल और युवा कल्याण डायरेक्टोरेट के संचालक डॉ. एसएल थाउसेन के मुताबिक एशियन गेम्स में इस बार प्रदेश से एक साथ 40 खिलाड़ियों का हिस्सा लेना गर्व की बात है। इसके लिए सभी दस सालों से मेहनत कर रहे हैं। यही कारण है कि हमारे होनहार खिलाड़ी इंटरनेशनल लेवल पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।

 

खेल के कारण पिता ने बातचीत बंद कर दी थी
एशियन गेम्स में मध्य प्रदेश की दो ऐसी बेटियां भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। तैराक खिलाड़ी कीर्ति केवट के खेल में आने की वजह से उनके पिता ने उनसे बोलचाल भी बंद कर दी थी। हालांकि उसकी मां ने उसे चुपके से प्रेक्टिस कवाकर इस मुकाम पर पहुंचने लायक तैयार कर दिया। लेकिन कीर्ति ने 5 अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में भाग ले चुकी है। 2015 में उन्हें पहला अंतरराष्ट्रीय पदक मिला था। कीर्ति 22 राष्ट्रीय पदक और एक राष्ट्रीय अवॉर्ड जीत चुकी है। बेटी की सफलता के बाद पिता को भी खुशी हुई फिर बातचीत शुरू हो गई।

 

नाजिस भी जीतना चाहती है गोल्ड
मुस्लिम फैमिली से ताल्लुक रखने वाली टीकमगढ़ की नाजिस को भी तैराकी में कदम रखने से पहले घर-परिवार का काफी विरोधर झेलना पड़ा। पिता के इंतकाल के बाद मुश्किल में गुजारा हुआ। जैसे-तैसे रुपए जोड़कर बेटी को खेलने भेजा। अब नाजिस भी एशियन गेम्स में भारत के लिए गोल्ड जीतना चाहती है।

गुना के अभिनील कर रहे हैं नेतृत्व
इधर मध्यप्रदेश के गुना जिले के अभिनील बाजौरिया भी ऐसे खिलाड़ी हैं जो भारत का नाम रौशन करने के लिए तैयार हैं। वे भारतीय ई-स्पोर्ट्स टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। अभिनील की कप्तानी में टीम जकार्ता में है। ई-स्पोर्ट्स को इस साल बतौर प्रदर्शन गेम्स शामिल किया गया है। हालांकि यह प्रदर्शन गेम्स है, जिसकी गिनती पदक तालिका में नहीं की जाएगी। वे पांच सदस्यीय टीम का नेतृत्व करेंगे, जिनमें वे मध्यप्रदेश से अकेले हैं। गुना जिले के अभिनील बाजौरिया एमबीबीस कर रहे हैं।


जबलपुर भी दिखाएगा दम
एशियन गेम्स में मध्य प्रदेश राज्य तीरंदाजी अकादमी जबलपुर की मुस्कान किरार भारतीय तीरंदाजी टीम का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।

इनके अलावा रीना खोखर और मोनिका का प्रदर्शन सराहनीय रहा। भारत की जीत में मोनिका के एक गोल दागा।

इन पर रहेंगी नजरें
हॉकी में विवेक सागर, तीरंदाजी में मुस्कान किरार पर भी नजरें लगी हैं।


पुलिस के खिलाड़ी भी हैं साथ
मध्यप्रदेश पुलिस विभाग के आरक्षक हरिओम कुर्मी और उप निरीक्षक सुनील केवट भी जकार्ता पहुंचे हैं। दोनों वाटर स्पोर्ट्स में ड्रेगन बोर्ड के खिलाड़ी हैं। कुर्मी हाल ही में चीन में हुई एशियन चैम्पियन में कांस्य पदक जीतकर आए थे।

ट्रेंडिंग वीडियो