एसपी दक्षिण सांई कृष्ण थोटा ने बताया कि, 13 अगस्त एटीएम की रख रखाव करने वाली कम्पनी एफएसएस (फाईनेंशियल सॉफ्टवेयर एवं सिस्टम प्राईवेट लिमिटेड) के कर्मचारी प्रेमप्रकाश रंगा ने शिकायत की कि, किसी अज्ञात व्यक्ति ने पदम्नाभ नगर के एटीएम छेडछाड करके धोखाधडी से नगदी निकाल ली है। शिकायत जांच के बाद तकनीकी विशेषज्ञ एवं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई। इसके साथ ही शहर में ऐसे मामलों की बाढ़ सी आ गई।
पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू करते हुए पता लगाया कि वारदात को तीन लोग मोटरसाइकिल से अंजाम देते हैं। सीसीटीवी फुटेज की कडिय़ां जोड़ते हुए पुलिस रेलवे स्टेशन की पार्किंग में पहुंची। जहां मुखबिर ने बताया की कुछ लोग इसका इस्तेमाल करके गाडी को पार्किंग मे खडा करके ट्रेन से वापस चले जाते हैं। फिर पुलिस ने स्टेशन पर हनुमानगंज पुलिस की मदद से मुखबिर तैनात किए। पुलिस को टिप मिली कि तीन व्यक्ति मोटरसाइकिल से निकले हैं। इसके बाद पुलिस ने हरकत में आते हुए तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
शाहरुख है एटीएम की तकनीक का जानकार पूछताछ में तीनों की पहचान हरियाणा के पलवल निवासी शाहरूख खान, मनीष एवं आरिफ के रूप में हुई। शाहरूख खान को एटीएम मशीन में छेड़छाड़ कर उसे खोलने के गुर आते हैं। दूसरा आरोपी मनीष एटीएम मशीन मे साथ रहकर आने वाले अन्य ग्राहकों पर नजर रखता है। तीसरा आरोपी आरिफ बाहर मोटर सायकिल पर एटीएम मशीन मे अंदर गए दोनों साथियों के आने का इंतजार करता था।
खास मशीन को बनाते थे निशाना, लोहे का खास उपकरण बनवाया आरोपी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में लगी एक विशेष प्रकार की मशीन (एनसीआर) को ही निशाना बनाते थे। इसके लिए वे लोहे के कैश प्लेट के बाहर फंसाने के लिए लोहे का उपकरण बनाकर लाते थे। जिसको बनाने की विधि उन्होंने यूट्यूब पर देखकर सीखी ।
भोपाल में इन क्षेत्रों में कर चुके वारदात आरोपियों ने भोपाल के विभिन्न थाना क्षेत्र जैसे जुमेराती, नबीबाग कालेज रोड, अयोध्या नगर, शाहपुरा, इतवारा, बजरिया, छोला, निशातपुरा, आशोका गार्डन आदि क्षेत्रों के ए.टी.एम मशीन में छेडछाड करके पैसा निकाला है। आरोपियों के साथ बदल-बदल कर अन्य आरोपी आते थे, जिनके नाम का खुलासा, शमीम, इनाम, इक्लास, मुफरिद के रूप में हुआ है। इनमें इक्लास भोपाल में 10 वर्ष तक निवास कर चुका है। इसलिए भोपाल के गली-कूचों का उसे पता था। आरोपियों से घटना मे प्रयुक्त काले रंग की मोटर-साईकिल व रजिस्ट्रेशन कार्ड, खाास उपकरण, दो एंड्राइड मोबाइल फोन और नौ सिम कार्ड बरामद हुए हैं।
फैक्ट फाइल – – आरोपियों को एटीएम की तकनीक का पूरा पता है। – आरोपियों ने एटीएम की तकनीक को चकमा देने के लिए लोहे का उपकरण बनाया है। – गिरोह के सदस्य अलग-अलग समूहों में भोपाल आते थे
– एक सदस्य 10 साल तक भोपाल में रह चुका है, इसलिए उसे भोपाल के सभी इलाकों की जानकारी थी।
– आरोपियों ने शहर के आठ थाना क्षेत्रों में लगभग 100 मशीनों पर वारदात की गइ