– दामों में 25 फीसदी वृद्धि
सरकार ने वित्तीय सत्र 2020-21 के लिए नई नीति के तहत शराब की दुकानों की नीलामी के लिए टेंडर भी कर दिए हैं। इसके तहत शराब की दुकानों का 25 फीसदी दाम बढ़ा दिया गया है। पिछले साल सरकार ने 20 फीसदी की बढ़ोतरी की थी, जबकि उसके पहले तत्कालीन भाजपा सरकार औसतन 15-15 फीसदी की दर बढ़ाकर दुकानों का नवीनीकरण करती थी। इसके अलावा बड़े जिलों में औसतन दो-दो क्लस्टर कर दिए गए हैं। नई नीति के तहत बड़े क्लस्टर के जरिए शराब की दुकानें नीलाम होंगी। इसमें बड़े कारोबारी ज्यादा मौका पाएंगे।
– सरकार शराब और शबाब पर केंद्रित: नरोत्तम
डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आरोप लगाया है कि पूरी सरकार शराब और शबाब पर केंद्रित हो गई है। पिछले कुछ महीनों में सरकार सिर्फ शराब की दुकानें खोलने में जुटी है। सिर्फ दो बातों की चर्चा हो रही है शराब, फिल्मी दुनिया और शबाब। कभी फिल्मों को पांच करोड़ रुपए तक के टैक्स की छूट दी जा रही है तो कभी सलमान और जैकलिन आ रहे हैं। जैकलिन सरकार को चलाने के लिए जैक लगा रही हैं। आइफा और आइटा पर सरकार सिमट गई है। मिश्रा ने कहा कि किसान की बात नहीं हो रही है। जबकि, किसान इस समय बुरी तरह से परेशान हैं। प्रदेश सरकार ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए आधे किसानों का भी पंजीयन नहीं किया है। सरकार ने पिछले साल जो गेहूं पर बोनस देने का ऐलान किया था, वो आज तक नहीं बांटा है। किसान आत्महत्या को मजबूर हो रहा हैं।
– भाजपा 15 साल शराब में मस्त रही : गोविंद
संसदीय कार्यमंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि भाजपा 15 साल शराब और शबाब में मस्त रही। अब उसे उसकी यादें आने लगी हैं। भाजपा चाहे जितनी ताकत लगा ले लेकिन सफल नहीं हो पाएगी। सरकार सदन में हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है। कांग्रेस सरकार प्रदेश में रोजगार और विकास पर ध्यान दे रही है। पार्टी विधायक इतने कमजोर नहीं हैं कि भाजपा के घेरे में आ जाएं। एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि फूलछाप कांग्रेसियों को पार्टी से बाहर निकाले जाने का आग्रह संगठन प्रभारी से करेंगे। ज्योतिरादित्य सिंधिया के सवाल पर कहा कि पार्टी में प्रजातंत्र है, सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। सिंधिया बड़े नेता हैं, सोच समझकर बोलते हैं।