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निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने आयुष ने 15 साल से नहीं बनाई दवाओं की जांच लैब

locationभोपालPublished: Jan 20, 2019 11:57:02 am

Submitted by:

Ashok gautam

– 15 साल से धूल खा रहे दवाओं की जांच के उपकरण
– फिर केन्द्र से मांगी लैब और उपकरण के लिए डेढ़ करोड़ रूपए

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अब बाजार से पेट दर्द, बुखार समेत अन्य बीमारियों की खरीदी ये दवाएं तो पड़ सकते हैं लेने के देने

भोपाल। आयुष विभाग करोड़ों रुपए के ड्रग टेस्टिंग करने के उपकरण तो खरीद लिए, लेकिन विभाग 15 साल से लैब तैयार नहीं कर पाया। जिसकी वजह से दवाओं की जांच के उपकरण भंडार गृह में रखे-रखे धूल खा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार आयुष विभाग के अफसर निजी ड्रगटेस्टिंग लैब को फायदा पहुंचाने के लिए विभाग की लैब स्थापित नहीं होने दी है।
केन्द्र सरकार ने ग्वालियर जिले में आयुर्वेदिक कालेज में ड्रग टेस्टिंग लैब बनाने के लिए २००३ में सवा करोड़ रुपए दिए थे। विभाग ने इन पैसों से उपकरण खरीदकर भंडार गृह में रख दिए।
हाल ही में विधानसभा की लोक लेखा समिति की जांच कमेटी ने टेस्टिंग लैब न बनाने पर आपत्ति दर्ज कराई है। उसके बाद से विभाग के अफसरों की नींद उड़ी हुई है। अब विभाग ने नए सिरे से लैब बनाने के लिए केन्द्र सरकार को डेढ़ करोड़ रुपए का प्रस्ताव भेजा है। दरअसल विभाग का कहना है कि १५ साल पहले खरीदे गए ड्रग टेस्टिंग के आधे से ज्यादा उपकरण आउट डेटेट हो चुके हैं।

समिति की आपत्ति के बाद अधिकारी से छीने काम

लोकलेखा समिति की आपत्ति के बाद आयुष विभाग की तत्कालीन कमिश्रर शिखा दुबे ने डिप्टी डायरेक्टर पीसी शर्मा से लैब का काम छीन कर संयुक्त संचालक डॉ शोभना शुक्ला को दे दिया है। आयुष विभाग ने साइंटिफिक अधिकारी और लैब टेक्नीशियम की भर्ती करने के लिए प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड और पीएससी को प्रस्ताव दिया है। वहीं सेंट्रल रिसर्च लैब से एमओयू किया है, जो यहां के तकनीकी स्टाफ को ट्रेनिंग देगा और ड्रग टेस्ट के लिए सहयोग करेंगे। स्मरण रहे कि प्रदेश में आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली ७ सौ कंपनियां हैं, जो सौ से ज्यादा दवाइयां बनाती हैं। एक ड्रग की टेस्टिंग के लिए १० हजार से ५० हजार रुपए तक निजी लैब को भुगतान किया जाता है।

मेरे आने से पहले ही लैब का समाने खरीदा गया है। लैब स्थापित करने में समय लगता है। जल्द ही लैब स्थापित हो जाएगा।
पीसी शर्मा, डिप्टी डायरेक्टर आयुष विभाग


मुुझे जुलाई में लैब का चार्ज दिया गया है। लैब जल्द ही शुरू किया जाएगा। लैब टेक्नीशियन और साइंटिफिक अधिकारी की भर्ती के लिए पीएससी को प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा लैब बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग को कहा गया है।
डॉ. शोभना शुक्ला
डिप्टी डायरेक्टर, आयुष विभाग

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