नानी के फ्लैट से मौत की छलांग
जानकारी के मुताबिक शहर के बागसेवनिया इलाके के कुंदर नगर में रहने वाली 22 वर्षीय छात्रा वंदना चौहान एक निजी कॉलेज से बीकॉम फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रही थी। शुक्रवार की दोपहर वो कॉलेज से पेपर देकर लौटी और कुछ देर बाद मां से ब्यूटी पार्लर जाने की बात कहकर घर से चली गई। लेकिन वंदना ब्यूटी पार्लर न जाकर प्रोस्पेरा सोसायटी में रहने वाली अपनी नानी की मल्टी पहुंच गई। यहां वो नानी के घर नहीं गई बल्कि सीधे छत पर पहुंची और वहां से छलांग लगा दी। बेटी के छत से कूदने की खबर लगते ही वंदना के परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे और सीधे अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है जिसके कारण आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। परिजन का कहना है कि वंदना का मानसिक संतुलन ठीक नहीं रहता था और सात साल से उसका इलाज चल रहा था।
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अस्पताल प्रबंधन पर परिजन के गंभीर आरोप
वंदना के पिता हरिओम चौहान एक सीमेंट कंपनी में काम करते हैं। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं उनका कहना है कि जब वंदना को अस्पताल लेकर पहुंचे थे तब तक उसका शरीर गर्म था लेकिन डॉक्टर ने उसे चेक करते ही मृत घोषित कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने आरोप लगाया है कि अस्पताल में मौत के बाद बेटी के जेवर किसी ने उतार लिए। उसके सोने के कान के दो कुंडल गायब हैं।