बुधवार को एसआईटी की टीम ने मामले की जांच शुरू की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। एसआईटी की टीम को कई ऐसे तथ्य मिले जिसकज बाद इस केस का पहलू कई दिशाओं में मुड़ता हुआ नजर आने लगा। रायसेन के एडिशनल एसपी अमृतलाल मीणा के नेतृत्व में गठित इस टीम को पहले ही दिन कई अहम सुराग हाथ लगे।
दरअसल निशांक को स्कूटी चलाने का बहुत शौक था, जिसके चलते वह किराए पर स्कूटी लेकर चलाया करता था। स्कूटी का किराया देने के लिए उसने ऑनलाइन पेमेंट किया था। इस पेमेंट की जांच के दौरान पुलिस को निशांक द्वारा करीब 18 से अधिक लोन एप से कर्ज लेने की बात सामने आई है। हालांकि अभी तक लोन लिए गए राशि की जानकारी नहीं मिल पाई है।
एसआईटी टीम को जांच के दौरान निशांत की दो महिला मित्रों के बारे में भी जानकारी मिली है। फिलहाल टीम उनसे संपर्क कर पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक निशांक राठौर के मोबाइल फोन से पुलिस को कुछ ऐसी जानकारियां भी मिली है जिसके बारे में परिवार को भी जानकारी नहीं थी।
जानकारी के मुताबिक निशांक ऑनलाइन एप्स के अलावा अपने दोस्तों से भी पैसे उधार लिया था। वहीं दूसरी ओर इंस्टेंट लोन एप से भी कर्ज चुकाने की लगातार धमकियां मिल रही थी। इस बारे में निशांक राठौर के पिता का कहना है कि उन्हें क्रिप्टो करेंसी के बारे में जानकारी थी , उनका कहना है कि उसमें बेटे को इतना भी नुकसान नहीं हुआ था कि वह खुदकुशी कर लेता। इस केस में जहां एक तरफ धार्मिक एंगल होने के कयास लगाए जा रहे थे, वहीं दूसरी ओर लोन चुकाने की धमकियों के चलते इस केस की गुत्थी उलझती जा रही है।