चुनाव नतीजों के बाद करीब एक सप्ताह तक बाबा वैराग्यानंद सोशल मीडिया पर छाए रहे। दिग्विजय सिंह के विरोधी उन्हें ढूंढते रहे। कई नो तो बाबा को फोन भी लगा दिया कि कहां है आप। लेकिन बाबा ने बाद में फोन बंद कर दिया। यूजर्स लगातार सोशल प्लेटफॉर्मों पर उनकी खिली उड़ा रहे थे कि आप झूठ बोलते हैं। लेकिन बाबा ने सामने प्रकट नहीं हुए थे।
इसे भी पढ़ें: दिग्विजय सिंह को जिताने के लिए मिर्ची हवन कर रहे हैं स्वामी वैराग्यानंद, उनके हारने पर लेंगे जिंदा समाधि अब आए सामने वैराग्यानंद स्वामी उर्फ मिर्ची बाबा अब सामने आए हैं। उन्होंने भोपाल डीए को पत्र लिख जल समाधि लेने के लिए अनुमति मांगी है। बाबा ने भोपाल डीएम को पत्र लिखा है कि वे अभी असम के कामख्या मंदिर में तपस्यारत हैं। मैं 16जून को दोपहर 2 बजकर 11 मिनट पर जल समाधि लेना चाहता हूं। बाबा ने अपने पत्र में लिखा है कि मैं ऐसा इसलिए करना चाहता हूं क्योंकि मैंने लोकसभा चुनाव के दौरान दिग्विजय सिंह के लिए वादा किया था कि वो चुनाव हारे तो मैं जिंदा समाधि लूंगा। मैं अपना वचन पूरा करना चाहता हूं।
अखाड़ा ने कर दिया है बाहर स्वामी वैराग्यानंद निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर थे। लोकसभा चुनाव के दौरान वे दिग्विजय सिंह के लिए कैंपेन किए थे। चुनाव में हार के बाद निरंजनी अखाड़ा ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। निरंजनी अखांड़ा ने कहा था कि यह सारी चीजें साधु-संतों को शोभा नहीं देती हैं। उन्हें अखाड़ा के नियमों के विरुद्ध काम किया है। उसके बाद से बाबा गायब नजर आएं।
इसे भी पढ़ें: बयान पर फंसे बाबा वैराग्यानंद, अखाड़े ने किया निष्कासित… लाल मिर्ची से किया था यज्ञ मिर्ची बाबा ने कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को जीताने के लिए भोपाल में पांच क्विंटल लाल मिर्ची से यज्ञ किया था। इस दौरान बाबा ने कहा था कि मैं दावा कर रहा हूं कि दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं जीते तो मैं जिंदा समाधि ले लूंगा। साथ ही उन्होंने कहा था कि दिग्विजय सिंह के लिए एक हजार साधु-संत भोपाल में प्रचार करेंगे। यज्ञ करने के बाद से ही बाबा भोपाल से लापता हैं।
इनाम की घोषणा स्वामी वैराग्यानंद के लापता होने के बाद राजस्थान बीजेपी के उपाध्यक्ष ज्ञानदेव सिंह आहूजा ने तो बाबा के ऊपर पांच लाख का इनाम घोषित कर दिया था। ज्ञानदेव सिंह आहूजा ने कहा था कि बाबा को जो पकड़कर लाएगा, मैं उसे पांच लाख का इनाम दूंगा। उन्होंने कहा था कि बाबा को फिर मैं समाधि दिलवा दूंगा।
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स्वामी वैराग्यानंद जब भोपाल में चुनाव के दौरान बड़े-बड़े दावे कर रहे थे तो उन्होंने भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा पर जमकर हमला किया था। वैराग्यानंद ने कहा था कि भगवा कपड़ा पहनने से कोई संत नहीं हो जाता है। साध्वी अपनी टाइटल में किसी जाति को प्रजेंट करती हैं। संत सबका होता है।
स्वामी वैराग्यानंद जब भोपाल में चुनाव के दौरान बड़े-बड़े दावे कर रहे थे तो उन्होंने भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा पर जमकर हमला किया था। वैराग्यानंद ने कहा था कि भगवा कपड़ा पहनने से कोई संत नहीं हो जाता है। साध्वी अपनी टाइटल में किसी जाति को प्रजेंट करती हैं। संत सबका होता है।