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जल समाधि लेने भोपाल पहुंचे मिर्ची बाबा, कहा- प्रशासन नहीं देगा अनुमति फिर भी लूंगा समाधि

locationभोपालPublished: Jun 16, 2019 11:34:42 am

Submitted by:

Pawan Tiwari

दिग्विजय सिंह की जीत के लिए भोपाल में किया था यज्ञ।
मिर्ची बाबा ने दावा किया था कि अगर दिग्विजय सिंह चुनाव हार जाएंगे तो वो जिंदा समाधि लेंगे।
लोकसभा चुनाव में भाजपा की साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने दिग्विजय सिंह को बड़े अंतर से हराया था।

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जल समाधि लेने भोपाल पहुंचे मिर्ची बाबा, कहा- प्रशाशन नहीं देगा अनुमति फिर भी लूंगा समाधि

भोपाल. लोकसभा चुनाव के दौरान मध्यप्रदेश में एक बाबा ने अपने दावे को लेकर खूब सुर्खियां बटोरी थीं। बाबा वैराग्यानंद स्वामी उर्फ मिर्ची बाबा रविवार को भोपाल पहुंचे। बाबा कलेक्टर से मिलकर जल समाधि लेने की अनुमति मांगेंगे। बाबा ने घोषणा कि है कि वो रविवार को 2 बजकर 11 मिनट में जल समाधि लेंगे। बाबा वैराग्यानंद ने कहा कि वो भोपाल तालाब में जल समाधि लेंगे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा मैं भारत का एक सच्चा संन्यासी हूं। उन्होंने कहा कि मैं जल समाधि जिंदा लेने के लिए आया हूं।
प्रशासन से नहीं मिली अनुमति
बाबा ने कहा कि मुझे पता चला है कि प्रशासन ने मुझे अनुमति नहीं दी है। मैं कलेक्टर से मिलकर जल समाधि लेने की कोशिश करूंगा। उन्होंने कहा कि मेरा यज्ञ निष्फल हुआ है और मैं भारत का सच्चा संन्यासी होने के नाते जल समाधि लूंगा। उन्होंने कहा कि मैं दिग्विजय सिंह की हार से अचंभित हूं और जनता ने जो फैसला किया है उसका सम्मान करता हूं। भारत का कोई भी संन्यासी अपने दिए हुए वक्तव्य से भाग नहीं सकता है। अगर प्रशासन मुझे अनुमति नहीं देगा तो भी मैं जल समाधि लूंगा।
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दिग्विजय की जीत के लिए किया था यज्ञ
मिर्ची बाबा ने कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को जिताने के लिए भोपाल में पांच क्विंटल लाल मिर्ची से यज्ञ किया था। इस दौरान बाबा ने कहा था कि मैं दावा कर रहा हूं कि दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं जीते तो मैं जिंदा समाधि ले लूंगा। साथ ही उन्होंने कहा था कि दिग्विजय सिंह के लिए एक हजार साधु-संत भोपाल में प्रचार करेंगे। यज्ञ करने के बाद से ही बाबा भोपाल से लापता हो गए थे। दिग्विजय सिंह की हार के बाद से मिर्ची बाबा को लेकर सोशल मीडिया में तरह-तरह की खबरें सामने आ रही थीं।
अखाड़ा ने कर दिया है बाहर
स्वामी वैराग्यानंद निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर थे। लोकसभा चुनाव के दौरान वे दिग्विजय सिंह के लिए कैंपेन किए थे। चुनाव में हार के बाद निरंजनी अखाड़ा ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था। निरंजनी अखांड़ा ने कहा था कि यह सारी चीजें साधु-संतों को शोभा नहीं देती हैं। उन्हें अखाड़ा के नियमों के विरुद्ध काम किया है।

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