चौरसिया जिस वार्ड से पार्षद हैं, वहां देश का इकलौता नाथूराम गोडसे का मंदिर है। चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने पर एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर उनका स्वागत किया है। न्यूज एजेंसी एएनआइ के अनुसार बाबूलाल चौरसिया 2017 में ग्वालियर में नाथूराम गोडसे की मूर्ति की स्थापना के लिए एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। वह हिंदू महासभा से ग्वालियर नगर निगम वार्ड-44 के पार्षद हैं।
कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा- हिन्दू महासभा के नेता कांग्रेस में शामिल। ग्वालियर के वार्ड 44 के पार्षद एवं हिन्दू महासभा के नेता बाबूलाल चौरसिया प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ जी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। चौरसिया जी का कांग्रेस परिवार में स्वागत है।
कांग्रेस ने किया बचाव
कांग्रेस में शामिल होने पर बाबूलाल चौरसिया ने कहा है कि वे जन्मजात कांग्रेसी हैं। हिन्दू महासभा ने उन्हें अंधेरे में रखकर गोडसे की पूजा कराई थी। पिछले 2-3 साल से वे इनके इस तरह के कार्यक्रम से दूरी बनाकर चल रहा थे। उनके मन में हिन्दू महासभा की विचारधारा समाहित नहीं हो सकी।
कांग्रेस में शामिल होने पर बाबूलाल चौरसिया ने कहा है कि वे जन्मजात कांग्रेसी हैं। हिन्दू महासभा ने उन्हें अंधेरे में रखकर गोडसे की पूजा कराई थी। पिछले 2-3 साल से वे इनके इस तरह के कार्यक्रम से दूरी बनाकर चल रहा थे। उनके मन में हिन्दू महासभा की विचारधारा समाहित नहीं हो सकी।
कमलनाथ ने बोला था हमला
हाल ही में ग्वालियर जिले में नाथू राम गोड़से को लेकर एक कार्यक्रम किया गया था जिसे लेकर कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर हमला बोला था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था- शिवराज सरकार में प्रदेश के ग्वालियर में राष्ट्र पिता बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे की खुलेआम आरती , महिमामंडन , गोडसे की ज्ञानशाला का आयोजन? मुख्यमंत्री व भाजपा स्पष्ट करें कि वो किस विचारधारा के साथ गांधी की या गोडसे की? इस तरह के कार्यक्रम कैसे आयोजित हुए?