जैसे भगवान की मूर्ति के द्वारा दूध पीने की खबर मोहल्ले के लोगों को लगी तो वे लोग भी पहुंच गए। और लड्डू-गोपाल को गोद में लेकर दूध और चाय पीलाने लगे। जिस जगह पर भगवान की मूर्ति स्थापित की गई है। वहां आप-पास के इलाके को सजाया भी गया है। सभी लोग यहां आकर पूजा-पाठ कर रहे हैं। हालांकि कुछ लोग इसे अंधविश्वास भी बता रहे हैं।
वहीं, स्थानीय लोग तो इसे चमत्कार तक मान रहे हैं। यह घटना मध्यप्रदेश के रतलाम ताल का है। ताल में ही रहने वाले एक परिवार ने अपने घर में तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया था। जिसके लिए शिवनी-मालवा में रहने वाले एक रिश्तेदार के घर से इस मूर्ति को मंगवाया था। स्थानीय लोगों के दावे के अनुसार यह चमत्कार ही है, जिसे देख सभी लोग हैरान हैं।
लेकिन ये मूर्ति किस चीज से बनी हुई है। इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई। लेकिन परिवार के लोगों का कहना है कि पूजा संपन्न होने के बाद हमलोग इस मूर्ति को पहुंचा आएंगे। जहां से लाएं हैं हम। परिवार के एक सदस्य ने बताया कि सिवनी मालवा में रहने वाले हमारे रिश्तेदार को यह मूर्ति किसी महाराज जी ने दी थी।
यह खबर जैसे ही स्थानीय लोगों के बीच में फैल रही है, सैकड़ों की संख्या में लोग देखने आ रहे हैं। इस चमत्कार को देखने आई एक महिला ने कहा कि हमने अपनी जिंदगी में पहली बार ऐसा देखा है।
इसे भी पढ़ें: चातुर्मास में मांगलिक सुनने वाले हमेशा ध्यान रखें यह बात गौरतलब है कि कुछ साल पहले भोपाल में भी ऐसा ही हुआ है। जब लड्डू-गोपाल की मूर्ति दूध और चाय के साथ कुरकुरे को भी चट कर जा रही थी। उस मूर्ति को भी सिवनी से ही लाया गया था। भोपाल में भी इस खबर के फैलने के बाद स्थानीय लोगों की भीड़ देखने के लिए खूब उमड़ी थी।